प्रयागराजःदूसरी राधा के नाम से मशहूर पूर्व आईजी डीके पांडा एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. इस बार कृष्ण प्रेम की वजह से चर्चा में नहीं आये, बल्कि कारण कुछ और है. पूर्व आईजी ने मंगलवार को विदेशी कंपनी और उसके एजेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. आरोप है कि उनके प्रॉफिट के 381 करोड़ रुपये और उनकी आईडी और आधार कार्ड का इस्तेमाल करके आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है. शिकायत पर धूमनगंज पुलिस केस दर्ज जांच शुरू कर दी है.
धूमनगंज इलाके में रहने वाले पूर्व आईजी देवेंद्र किशोर पांडा ने धूमनगंज पुलिस को दी तहरीर में बताया कि कुछ दिनों पहले राहुल नामक युवक से उनका ऑनलाइन परिचय हुआ था. जिसके बाद राहुल के कहने पर ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू की. उन्होंने लंदन की फिंनी एक्स ग्रुप में रुपये लगाए. जिसके बाद उन्हें बताया गया कि उन्हें 381 करोड़ रुपये का फायदा मिला है. जिसको कैश कराने के लिए वह बैंक गए तो बताया गया कि उनके खाते में कोई रकम आई नहीं है.
इसके बाद उन्होंने एजेंट से बात की तो उधर से 25 अक्टूबर को व्हाट्सएप कॉल करके कहा गया कि इतने रकम को लेने के लिए 8 लाख का टैक्स जमा करना पड़ेगा. जब उन्होंने 8 लाख का टैक्स देने से मना किया तो उधर से उन्हें गालियां दी गयी. इसके साथ ही धमकाया गया कि उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज आतंकियों को दिए जाएंगे, जिससे वह बुरी तरह से फंस जाएंगे. डीके पांडा ने धूमनगंज पुलिस से केस दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पूर्व आईजी ने कितनी रकम को इस कंपनी में निवेश किया था.