हुलिए के आधार पर होती थी हथियारों की सप्लाई जोधपुर.पंजाब में सक्रिय खालिस्तान के आतकी संगठनों को जोधपुर से हथियारों की आपूर्ति के चौंकान्ने वाले खुलासे के बाद जोधपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी से पूछताछ में भी नए खुलासे सामने आ रहे हैं. किस तरह से मध्यप्रदेश से हथियार लाकर अमृतसर में जाकर डिलीवरी दी जाती थी. पंजाब पुलिस द्वारा हाल ही में गिरफ्त में लिए गए कैलाश से पूछताछ के बाद खेडापा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सुखदेव विश्नोई से जोधपुर पुलिस ने पूछताछ की तो कई बातें सामने आई हैं. सुखदेव ने बताया कि कैलाश उसका रिश्तेदार है. उसके कहने पर सुखदेव पहले मध्यप्रदेश के देवास जाता वहां से पिस्टल लेकर आता था, उसके बाद कैलाश उसे अमृतसर भेजता, जहां पर डिलीवरी करता था.
पुलिस अधिक्षक जोधपुर ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि अभी तक पूछताछ में उसके 80 से ज्यादा हथियार उसने खालिस्तान खालासा इंटरनेशनल और लॉरेंस गैंग को सप्लाई दिए हैं. एसपी ने बताया कि सभी तथ्यों पर जांच चल रही है.
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हुलिए के आधार पर डिलीवरी:जोापुर ग्रामीण पुलिस की डीएसटी टीम द्वारा की जा रही पूछताछ सामने आया कि कैलाश सुखदेव को कहता था कि इस दिन जाकर अमृतसर में किस जगह पर डिलीवरी करनी है. उसने बताया कि जिसे हथियार सप्लाई करनी होती थी उसका नाम व फोन नंबर नहीं देता था. सुखदेव बस से अमृतसर पहुंचता और कैलाश की बताई जगह पर जाकर उसे सूचित करता था, जिसके बाद कैलाश उसे बताता था कि कुछ देर में उसके पास इस तरह के हुलिए का आदमी आएगा. कपड़ों की निशानी बताता था जिसे सुखदेव डिलीवरी कर कर रुपए लेता था. सबकुछ इतना सुनियोजित होता था कि सुखदेव को कुछ बोलना नहीं पड़ता था.
20 से तीस हजार रुपए का कमीशन: मध्यप्रदेश से अच्छी क्वालिटी की पिस्टल बीस से पच्चीस हजार में सुखदेव कैलाश के डिमांड पर लाता था. जोधपुर लाने के बाद वह बावडी के पास स्थित अपनी होटल के आस-पास छुपाता था. डिलीवरी की डेट कैलाश पाकिस्तान में बैठे आंतकी हरमिंदर रिंदा से बात कर तय करता था. उसके बाद सुखदेव को अमृतसर के लिए रवाना करता था. आतंकी एक पिस्टल के लिए 50 से 60 हजार रुपए अदा करते थे. इसमें 15 से बीस हजार रुपए सुखदेव को मिलते दस हजार रुपए कैलाश को जाते थे. सुखदेव बस से जाता था तो ऐसे में ज्यादा खतरा होने से उसे ज्यादा कमिशन मिलता था.