सुपौल: स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग क्यूआर कोड जिले के सदर अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पताल में जारी किया है. क्यूआर कोड जारी होने से अब मरीजों को रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पर्ची के लिए घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अब मरीज अस्पताल में लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर सीधे संबंधित डॉक्टर से आसानी से इलाज करा सकेंगे. अब अस्पतालों के ओपीडी काउंटर पर मरीज को लाइन में लगने की जरूरत नहीं है.
आभा आईडी से मिलेगी पर्चीः लोगों का आभा आईडी बनाया जाएगा. आभा आईडी से मोबाइल द्वारा क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद ओटीपी प्राप्त होगा, जो मरीज के मोबाइल नंबर पर मिलेगा, वहीं उसका टोकन नंबर होगा. आभा आईडी से टोकन नंबर के माध्यम से मरीज को ओपीडी की पर्ची मिलेगी. जिसके लिए अलग से एक पर्ची काउंटर भी बनाया गया है. आयुष्मान भारत हेल्थ मिशन के तहत मोबाइल के माध्यम से ही मरीज अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. यह सुविधा जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है. जिले के सभी लोगों को आभा डिजिटल आईडी से जोड़ने का लक्ष्य है. जिसमें 17 जनवरी तक जिले में कुल 178261 लोगों को आभा डिजिटल मिशन से जोड़ा जा चुका है.
ऐसे बनेगा आभा कार्डः भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत कार्ड पहले से तैयार किया जा रहा है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा आभा कार्ड तैयार किया जा रहा है. वहीं अब मरीजों को और सुविधा उपलब्ध कराने कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सभी सरकारी अस्पतालों में क्यूआर कोड लगाया गया है. यह क्यूआर कोड आभा कार्ड आयुष्मान भारत कार्ड से अलग है. आभा कार्ड राज्य का कोई भी नागरिक बनवा सकता है. यह अकाउंट खुद से भी बना सकते हैं. किसी मरीज को अगर किसी प्रकार की इमरजेंसी होती तो उसके एकाउंट को देख कर चिकित्सक तत्काल इलाज शुरू कर देंगे.