मधुबनी:केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 30 नवंबर (शनिवार) 2024 को मधुबनी जिले के ललित कर्पूरी स्टेडियम झंझारपुर क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचीं. वित्त मंत्री निर्धारित समय पर ललितपुर स्टेडियम पहुंचीं, जहां उन्होंने 1021 करोड़ रुपये रोजगार के लिए ऋण का वितरण किया.
निर्मला सीतारमण का क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम:करीब 75 लोगों को चेक के माध्यम से वित्त मंत्री ने राशि उपलब्ध करवाई. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए कटिबद्ध हैं. इस कड़ी में पीएम बिहार पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं. दरभंगा और मधुबनी जिले में विशेष कार्य योजना किया जा रहा है.
"माननीय प्रधानमंत्री जी कहते है कि देश के हर गांव में लखपति दीदी होनी चाहिए. उसके लिए बैंको को जो काम करना है, वो कर रहे हैं. हर स्वयं सहायता समूह (SHG) के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता और ट्रेनिंग दी जा रही है. मेरा सभी से अनुरोध है कि बैंको के द्वारा जो योजनाएं भारत सरकार लायी है, वो उनका हिस्सा बने और लाभ उठाये, जिससे सब लोग और सक्षम बन सके."- निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त मंत्री
'जानकी की जन्मस्थली में बनेगा भव्य मंदिर':शुक्रवार को दरभंगा में और शनिवार को मधुबनी के झंझारपुर में 1021 करोड़ का रोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराया गया. इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि अयोध्या में प्रभु राम के मंदिर की तरह मां जानकी की जन्मस्थली में मां सीता की भव्य मंदिर बनाई जाएगी. यह संकल्प के रूप में हमने लिया है.
महिलाओं की भीड़ देख गदगद नजर आईं वित्त मंत्री: कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं के पहुंचने से निर्मला सीतारमण काफी खुश दिखाई दीं. इस कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद थे. कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, झंझारपुर लोकसभा सांसद रामप्रीत मंडल, मधुबनी लोकसभा सांसद डॉ अशोक कुमार यादव, पूर्व मंत्री विधायक विनोद नारायण झा, एमएलसी घनश्याम ठाकुर और विधायक सुधांशु शेखर मौजूद थे.
गर्मजोशी से वित्त मंत्री का स्वागत:सुरक्षा मे एसपी सुशील कुमार कमान संभाले हुए थे. कार्यक्रम एसबीआई के द्वारा आयोजित की गई थी. अन्य बैंक का भी उसमें सहयोग रहा है.वहीं मधुबनी के झंझारपुर पहुंचते ही वित्त मंत्री का गर्म जोशी से स्वागत किया गया. सर्वप्रथम उन्होंने विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया. महिलाओं के द्वारा बनाई गई मिथिला पेंटिंग और विभिन्न प्रकार के स्टॉल्स का निरीक्षण किया.