धनबाद: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) में आउटसोर्स पर काम करने वाले कर्मियों को पिछले छह महीने से वेतन नहीं मिला है. इससे नाराज कर्मी वेतन भुगतान की मांग को लेकर गोविंदपुर कांड्रा स्थित NHAI कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए हैं.
तीन दिवसीय धरना के बाद भी मांगे अगर पूरी नहीं हुईं तो सभी कर्मी तीन दिनों के लिए भूख हड़ताल पर बैठेंगे. इसके बाद भी मांगे अगर नहीं मानी जाती हैं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी कर्मियों ने दी है.
कर्मी बिनोद कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 20 सालों से ठेकदार के अंडर में काम करते आ रहे हैं. 2015 में भी सहायक श्रमायुक्त की अदालत में जा चुके हैं. कारण था कि ठेकदार कम वेतन में काम करवाता था. न्यूनतम मजदूरी का भुगतान नहीं होता था. उस समय भी आंदोलन कर पत्र दिया गया था.
श्रमायुक्त की पहल पर NHAI दिल्ली के चेयरमैन के द्वारा सही वेतन का भुगतान किया गया. लेकिन परियोजना निदेशक आरके वर्मा के द्वारा अचानक एक जुलाई से बैठा दिया गया है. बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि हमने 5 जुलाई को सहायक श्रमायुक्त से मुलाकात की. इस अवसर पर विधायक अरूप चटर्जी भी साथ में थे.
प्रबंधन से वार्ता के बाद फिर से कार्य पर रख लिया गया. प्रबंधन के द्वारा कहा गया कि हमलोग जैसे काम कर रहे हैं, वैसे ही काम करते रहें. प्रबंधन ने कहा कि अप्रूवल के लिए हम ऊपर बात करेंगे और इसके लिए लिखेंगे, अप्रूवल आने के बाद वेतन चालू हो जाएगा.