कोरिया :कोरिया में नौनिहाल के लिए किए जा रहे विकास के दावे कितने सच्चे हैं.इसकी एक बानगी ग्राम पंचायत धौराटिकुरा में देखने को मिली.जहां जर्जर और कच्चे मकान में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जा रहा है.इस जिले की बात करें तो यहां 655 आंगनबाड़ी केंद्र है.लेकिन इनमें 20 आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत खस्ता है.उन्हीं आंगनबाड़ी केंद्रों में से एक धौराटिकुरा में बना केंद्र भी है.इस केंद्र के पास खुद का पक्का भवन भी नहीं है.हैरानी की बात ये है कि प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े कोरिया विधानसभा क्षेत्र की ही बेटी हैं.लेकिन उनके खुद के घर में आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत खस्ता है.
ईटीवी भारत ने आंगनबाड़ी केंद्र का किया दौरा :ईटीवी भारत ने जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र की हालत को अपने कैमरे में कैद किया जहां कोरिया जिला मुख्यालय से लगे हुए ग्राम पंचायत धौराटिकुरा के दो आंगनबाड़ी केंद्र है.ये केंद्र दो कच्चे कमरों में संचालित हो रहा है. पहला आंगनबाड़ी केंद्र कोरिया सेक्टर के धौराटिकुरा में है.जो पिछले सात साल से संचालित है.इस आंगनबाड़ी केंद्र में 17 बच्चे पढ़ाई करने आते हैं.इस आंगनबाड़ी केंद्र की हालत खस्ता है.इस केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का पद भी खाली है. ये केंद्र सहायिका के भरोसे संचालित हो रहा है. पास के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को धौराटिकुरा केंद्र का प्रभार दिया गया है. ताकि सरकारी डेटा मासिक रिपोर्ट की जानकारी बनकर हर महीने सबमिट हो सके.
जर्जर जगह पर बनता है मध्यान्ह भोजन :धौराटिकुराआंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के लिए पौष्टिक गर्म भोजन कामचलाऊ छत के नीचे बनता है. छत लकड़ी, खपरैल और टीन के चादर से बनी है. जिससे लकड़ियां सड़कर बच्चों के खाने में भी गिरते हैं. इस छत पर कीड़े और दूसरे जीव भी बच्चों के खाने में भोजन पकाते समय गिर सकते हैं.लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता.यदि ऐसा किसी दिन हुआ तो समझिए कितने बच्चों की जान पर आफत आ जाएगी. आंगनबाड़ी में बच्चों के लिए प्रशासन ने खेलने,खाने और शिक्षा की व्यवस्था की है. नाश्ता,गर्म भोजन के साथ-साथ खेल सामग्री उपलब्ध होती है. लेकिन इस आंगनबाड़ी में ऐसा कुछ नहीं है.