मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : एमसीबी के नगर निगम चिरमिरी के वार्ड क्रमांक-01 साजापहाड़ के रहवासी पिछले 17 साल से बदतर जिंदगी जी रहे हैं. वार्ड के आधा दर्जन मोहल्लों में बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं. 2008 में नगर निगम चिरमिरी अस्तित्व में आया. उस समय नगर निगम का दायरा बढ़ाने के लिए वनांचल गांव साजापहाड़ सहित आसपास के क्षेत्रों को जोड़कर वार्ड क्रमांक-01 बनाया गया. लेकिन इतने वर्षों के बाद भी यहां विकास कार्य नहीं हुए.
निगम के वार्ड में क्यां हैं समस्याएं : वार्ड के रहवासी आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. नगर निगम में शामिल हुए 17 साल बाद भी क्षेत्र में सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. बारिश के दिनों में कई मोहल्लों में आवागमन बाधित हो जाता है. नालों पर पुलिया नहीं होने से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. पेयजल के लिए लोग कुएं और हैंडपंप पर निर्भर हैं, जो गर्मियों में सूख जाते हैं. मजबूरी में लोग नालों और गड्ढों के पानी का उपयोग करते हैं.
रहवासियों ने बताई अपनी समस्याएं : स्थानीय महिला सुनीता ने बताया कि क्षेत्र में एकमात्र हैंडपंप है, जिसका उपयोग पूरा मोहल्ला करता है. खराब होने पर लोग नाले का पानी इस्तेमाल करने को मजबूर होते हैं. बिजली न होने से लोग मोमबत्ती और टॉर्च का सहारा लेते हैं. तो वहीं कलेश्वरी राजवाड़े ने बताया कि सड़क नहीं होने के कारण मरीजों को खाट पर उठाकर ले जाना पड़ता है. यहां के लोग विकास कार्यों को लेकर बार-बार प्रशासन से गुहार लगाते हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता. यह क्षेत्र छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की विधानसभा के अंतर्गत आता है.लेकिन क्षेत्र की बदहाल स्थिति सरकार की उपेक्षा को दर्शाती है.
छत्तीसगढ़ का पहला ऐसा वार्ड है, जहां की स्थिति बेहद खराब है. वार्ड क्रमांक-01 वन भूमि क्षेत्र के अंतर्गत आता है. कांग्रेस शासनकाल में कोई विकास कार्य नहीं हुआ.अब भाजपा सरकार के कार्यकाल में विकास कार्य शुरू किए जाएंगे- संतोष सिंह, वार्ड पार्षद
वहीं इस बारे में नगर निगम आयुक्त का कहना है कि जिस इलाके की बात हो रही है वो एसईसीएल का दुर्गम क्षेत्र है.लेकिन आने वाले समय में वहां भी मूलभूत सुविधाएं पहुंच जाएंगी.
चिरमिरी का अधिकांश क्षेत्र एसईसीएल और वन विभाग के अधीन आता है.बिजली सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और जल्द ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा -रामप्रसाद आंचला,नगर निगम आयुक्त
आपको बता दें कि चिरमिरी निगम के वार्ड क्रमांक 1 के भुरकुंडडांड, बाजनपथरा और कारीमाटी जैसे मोहल्लों में 127 मतदाता हैं.सड़क के अभाव के कारण यहां के लोग जंगलों और पहाड़ियों के बीच बनी पगडंडियों से गुजरते हैं. तो वहीं कंदामार, लामीगोड़ा और पचास मील क्षेत्र के लगभग 195 मतदाता बारिश के दिनों में अपने घरों तक नहीं पहुंच पाते. यहां के नालों में उफान आता है और एक दशक पहले बनी पुलिया के बावजूद सड़क नहीं बनाई गई. साजापहाड़ और महुआखाड़ी के 137 मतदाता भी सीसी सड़क और पेयजल जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं.
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