हरियाली अमावस्या पर झरनेश्वर महादेव में उमड़ी भीड़, सुरजकुंड में डूबने से युवक की मौत, उफान पर बेतवा - Neemuch Jharneshwar Mahadev
नीमच में धूमधाम से हरियाली अमावस्या मनाई गई. इस अवसर पर लोगों ने झरनेश्वर महादेव में भगवान के दर्शन किए. साथ ही श्रद्धालुओं ने सैकड़ों फीट ऊंचाई से गिर रहे झरने का आनंद लिया.
झरनों का आनंद लेने पहुंचे पर्यटक झरनेश्वर महादेव (ETV Bharat)
नीमच: सावन माह की हरियाली अमावस्या रविवार को मनाई गई. जिले भर के पर्यटक स्थलों पर सुबह से भीड़ भाड़ वाला माहौल बना रहा. वहीं मनासा तहसील अंतर्गत ग्राम चौकड़ी के समीप पहाड़ियों में स्थित अति प्राचीन प्रसिद्ध धार्मिक व पर्यटन स्थल झरनेश्वर महादेव में सुबह से ही दर्शन करने व सैकड़ों फीट ऊंचाई से गिरता हुआ झरना देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. दिनभर में करीब 20000 से अधिक लोगों ने झरनेश्वर महादेव पहुंचे.
हरियाली अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने किए झरनेश्वर महादेव के दर्शन (ETV Bharat)
झरनेश्वर महादेव में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
जिला कलेक्टर दिनेश जैन द्वारा स्थानीय प्रशासन को नदी नाले झरने कुंड के पास सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम करने के निर्देश दिए गए. इसके बावजूद कई युवा झरने के समीप ऊंचाई से कुंड में कूदते हुए और नहाते देखे गए. जिन्हें पुलिस ने समय रहते कुंड से बाहर निकाला. वहीं प्रसिद्ध धार्मिक स्थल झरनेश्वर महादेव में सुबह 8 बजे से लेकर देर शाम 7 तक बारिश के बीच करीब 20 हजार से भी अधिक लोग पहुंचे और दर्शन लाभ लेकर झरनों का आनंद दिया.
सूरजकंड में डूबने से युवक की मौत
नीमच के सुखानंद धाम के सूरजकुंड में नहाने गए एक युवक की डूबने से मौत हो गई. आप को बता दें कि सूरजकुंड कनेरा राजस्थान थाना क्षेत्र में आता है. यहां पर कुछ युवक नहाने गए थे. जिसमें नीमच सिटी निवासी जगदीश पिता हरिओम माली 20 वर्षीय युवक की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. जैसे ही घटना की जानकारी लोगों को मिली, इलाके में सनसनी फैल गई. वहीं, राजस्थान व एमपी की संयुक्त पुलिस टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर मृतक के शव को सूरजकुंड से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया.
भोपाल, रायसेन व विदिशा जिले में पिछले चार दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. जिसके चलते विदिशा में बेतवा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. वहीं भोपाल क्षेत्र में स्थित प्रमुख बांधों के गेट खोले जाने से भी बेतवा नदी का जल लगातार बढ़ता जा रहा है और बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं. लगातार बारिश की वजह से चरण तीर्थ मंदिर जाने वाले पुल पर लगभग 10 फीट ऊपर से पानी बह रहा है और वहीं पर बना मुक्तिधाम भी जलमग्न हो चुका है. यहां आसपास के मंदिर डूब चुके हैं व शनि मंदिर के सामने भी 3 फिट पानी पहुंच गया है. बारिश व नदी नालों के उफान पर चलने से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
बेतवा नदी में आई बाढ़ से विदिशा में डूबे मंदिर (ETV Bharat)
बेतवा नदी का नजारा देखने के लिए उमड़ रहे सैलानी
बेतवा नदी के इस नजारे को देखने आए रोहित शर्मा ने बताया कि "बेतवा नदी बहुत सुंदर दिखाई दे रही है, जो नदी सूखी हुई थी. वह आज पूरी तरह से जलमग्न दिखाई दे रही है. विदिशा अशोकनगर मार्ग पर बने पुराने पुल से 5-6 फीट पानी ऊपर बह रहा है और यहां के छोटे मंदिर जलमग्न हो गए हैं. मुक्तिधाम का रास्ता पानी के चलते बंद हो गया है." ट्रैफिक टीआई एल एस लोधी ने बताया कि "बेतवा नदी को देखने के लिए लोग आ रहे हैं. जिससे पुल पर ट्रैफिक हो रहा है. उसको सुचारू रूप से चलाने के लिए हम माइक से लोगों को वहां से हटाने के लिए कह रहे हैं और जरूरत लगे पर चालानी कार्रवाई भी कर रहे हैं."