चंडीगढ़ :हरियाणा में हैट्रिक लगाकर लगातार तीसरी बार सत्ता में आई बीजेपी सरकार हरियाणा में नए जिलों का ऐलान करने वाली है. सरकार ने इसे लेकर तैयारियों को काफी तेज़ कर दिया है. हरियाणा में होने वाले निकाय चुनाव के बाद नए जिलों के नामों का ऐलान किया जा सकता है.
हरियाणा में बनेंगे नए जिले :हरियाणा सरकार ने नए जिलों, उपमंडल, तहसील और उपतहसील बनाने को लेकर 4 दिसंबर को एक कमेटी गठित की थी जिसने तेज़ी से इस पर काम करना शुरू कर दिया है. हरियाणा के पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार की अध्यक्षता में ये चार सदस्यीय कमेटी है. इसमें कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा, शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और राजस्व मंत्री विपुल गोयल भी शामिल है. 3 महीने के अंदर इस कमेटी को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी है. ऐसे में निकाय चुनाव हो जाने के बाद सरकार हरियाणा के नए जिलों का ऐलान कर सकती है. रिपोर्ट में बताया जाएगा कि हरियाणा के किन शहरों को नया जिला बनाना है. साथ ही उन जिलों में कौन-कौन से हलके आएंगे, उपमंडल, शहर, कस्बों, तहसील, उप-तहसील, ब्लॉक समिति और गांवों को उसमें शामिल किया जाएगा.
नए जिलों को लेकर बैठक :कृष्णलाल पंवार की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी की बैठक भी चंडीगढ़ में हो चुकी है, जिसमें नए जिलों, उपमंडलों, तहसीलों और उप-तहसील बनाने की मांगों को रखा गया है. कमेटी ने संबंधित जिलों के DC से रिपोर्ट लेने का फैसला एकमत से लिया है. नए जिलों, उपमंडलों, तहसीलों और उप-तहसील बनाने की मांगों को लेकर एक ग्राउंड स्टडी करवाई जाएगी. जिला उपायुक्तों को स्टडी के बाद रिपोर्ट देनी होगी कि नए जिलों में कौन-कौन से हलके, उपमंडल, तहसील, उप-तहसील, कस्बे, गांव शामिल होंगे. रिपोर्ट मिल जाने के बाद ये कमेटी उस पर मंथन करेगी. इसके बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी को सौंप देगी.
हरियाणा में अभी 22 जिले :आपको बता दें कि हरियाणा में इस वक्त 22 जिले हैं जिनमें अंबाला, भिवानी, फ़रीदाबाद, फ़तेहाबाद, करनाल, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, नूंह, पलवल, पंचकूला, पानीपत, गुरुग्राम, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर, चरखी दादरी शामिल है. इससे पहले हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में चरखी दादरी को हरियाणा का 22वां जिला बनाया गया था. हरियाणा में लंबे समय से नए जिलों की मांग की जा रही है. पिछले दिनों हुए विधानसभा सत्र के दौरान भी कई हलकों के विधायकों ने जिलों को बनाने की मांग की थी.