बीजापुर: साल 2024 नक्सल मोर्चे पर फोर्स के लिए कामयाबी का साल रहा है. साल 2025 के पहले दिन बीजापुर में नक्सलियों ने घातक प्लान बनाया. माओवादियों ने दो जगहों पर कुल 13 आईईडी एक साथ प्लांट किए. सुरक्षाबलों के जवान पहले से एक्टिव थे. वह चप्पे चप्पे पर नजर बनाए हुए थे यही वजह है कि नक्सलियों की यह साजिश धरी की धरी रह गई. माओवादी अपने नापाक मंसूबों में कामयाब हो पाते, उससे पहले जवानों ने प्लांट किए गए सभी आईईडी को बरामद कर लिया.
एक साथ 11 आईईडी मिला: नक्सलियों ने बसागुड़ा के तिमापुर में मंदिर गौठान के पास एक साथ 11 आईईडी को प्लांट किया था. सभी आईईडी को फोर्स के जवानों ने बरामद किया. इस एक्शन को सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन के जवानों और बासागुड़ा पुलिस की टीम की तरफ से अंजाम दिया गया. सभी आईईडी को बरामद कर सीआरपीएफ की बीडीएस टीम ने इसे नाकाम किया.
नक्सलियों का घातक प्लान फेल (ETV BHARAT)
दो अलग जगह से 6 आईईडी बरामद: बीजापुर में सुरक्षाबलों को दूसरी बड़ी सफलता बंदलएलका नाला इलाके के पास से मिली. फोर्स ने यहां से तीन तीन किलो के दो आईआईडी बरामद किए. इस तरह नक्सलियों की एक और बड़ी प्लानिंग को सुरक्षाबलों के जवानों ने फेल कर दिया. माओवादियों ने सुरक्षाबलों के जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से कुल दो जगह पर 6 किलो के आईईडी को प्लांट किया था.
बीजापुर को दहलाने की साजिश (ETV BHARAT)
एक सप्ताह पहले भी मिली थी आईईडी: सुरक्षाबलों के जवानों ने एक साथ पहले भी बीजापुर के चिन्नागेलुर इलाके से आईईडी को बरामद किया था. सीआरपीएफ की टीम ने यहां से आईईडी को बरामद किया था. आईईडी को प्रेशर स्विच से जोड़कर रखा गया था. बीजापुर नक्सल प्रभावित जिला है. यहां नक्सली हर वक्त नक्सल वारदात की फिराक में रहते हैं. बीते आठ दिनों के अंदर नक्सलियों ने तीन बार यहां आईईडी विस्फोट की प्लानिंग की. जिसे नाकाम कर दिया गया.