मार्कशीट के लिए भटक रहे नक्सलगढ़ के छात्र, कलेक्टर से लगाई मदद की गुहार - students struggling for marksheet - STUDENTS STRUGGLING FOR MARKSHEET
नक्सलगढ़ के बच्चे पिछले तीन सालों से अपने मार्कशीट के लिए भटक रहे हैं. मदद के लिए ये शुक्रवार को कलेक्टर के पास पहुंचे और शिकायत की. हालांकि इस मामले में शिक्षा अधिकारी जल्द बच्चों को मार्कशीट दिए जाने की बात कह रहे हैं.
मार्कशीट के लिए भटक रहे नक्सलगढ़ के छात्र (ETV Bharat)
बस्तर:तमाम चुनौतियों के बीच बस्तर में पढ़ रहे बच्चों को मार्कशीट के लिए सालों से भटकना पड़ रहा है. मार्कशीट के लिए छात्रों ने कई बार जिला कलेक्टर कार्यालय में शिकायत भी की है. हालांकि उनकी किसी ने सुध नहीं ली. शुक्रवार को एक बार फिर ये बच्चे ज्ञापन सौंपने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. ताकि उन्हें उनका मार्कशीट मिल जाए और वे उन्हें आगे की पढ़ाई कर सकें. करीब 10 बच्चे कलेक्ट्रेट पहुंचे और शिकायत की.
जानिए पूरा मामला: ये बच्चे जगदलपुर विकासखंड के नागलसर में प्राथमिक शिक्षा लिए हैं. अभी भी नागलसर में ही कक्षा 8 वीं में पढ़ाई कर रहे हैं. हालांकि उनको पिछले कक्षा का मार्कशीट नहीं मिला है. बच्चों की शिकायत है कि कई बार स्कूल के टीचर से इसकी मांग की गई है कि उनको रिजल्ट नहीं मिला है. मजबूरन वे कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंचे हैं. इस दौरान बच्चों के परिजन भी उनके साथ नजर आए.
जून माह में पहले भी कर चुके हैं शिकायत:इस बारे में एक छात्र ने कहा, "हम जगदलपुर विकासखंड के नागलसर में प्राथमिक शिक्षा ग्रहण किए हैं. अभी भी नागलसर में ही आगे की पढ़ाई कर रहे हैं. हमें 5वीं का मार्कशीट नहीं मिला है. बार-बार स्कूल टीचर से मांग करने के बाद भी शिक्षक मार्कशीट को लेकर घुमा रहे हैं. इससे परेशान होकर जून माह में भी हम कलेक्टर से शिकायत किए थे. फिर आज शिकायत लेकर आए हैं."
"बीते महीने यह जानकारी मिली थी, जिसके बाद संबंधित शिक्षक का वेतन रोका गया है. जल्द से जल्द बच्चों को मार्कशीट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं. जब तक बच्चों को मार्कशीट नहीं दिया जाएगा. तब तक शिक्षक का वेतन रोका जाएगा." -एम एस भारद्वाज, अधिकारी, जगदलपुर ब्लॉक शिक्षा
बता दें कि छात्रों ने दूसरी बार कलेक्टर से शिकायत की है. इससे पहले जून माह में शिकायत लेकर पहुंचे थे. वहीं, शिक्षा अधिकारी इस मामले में जल्द समस्या निराकरण की बात कह रहे हैं.