दुर्ग: छुट्टी के दिन रविवार को सेक्टर 6 के पुलिस ग्राउंड में स्कूल बसों की फिटनेस चेकिंग का कैंप लगाया गया है. यातायात पुलिस की कोशिश है कि चेकिंग अभियान के दौरान जिन गाड़ियों में तय मानकों का पालन नहीं हो रहा है उनपर कार्रवाई की जाए. चेकिंग के दौरान गाड़ियों के ब्रेक, स्टेयरिंग, बसों में लगे जीपीएस सिस्टम, इमरेजंसी विडों और डोर की जांच की जा रही है. पुलिस की कोशिश है कि सभी स्कूल बसों का फिटनेश पूरी तरह से दुरुस्त हो.
स्कूल बसों की फिटनेस चेकिंग: चेकिंग के दौरान स्कूल बसों को चलाने वाले ड्राइवरों की ड्राइविंग लाइसेंस भी चेक की जा रही है. बसों में फायर सेफ्टी सिस्टम लगा है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है. बस में अगर आपातकालीन दरवाजे हैं तो वो खुलते हैं या नहीं इसको चेक किया जा रहा है. बसों में सीसीटीवी लगे हैं तो वो काम कर रहे हैं या नहीं इसको देखा जा रहा है. बसों के ड्राइवरों से ये भी पूछा जा रहा है कि उनकी बस में एक बार में कितने छात्र बैठते हैं.
ट्रैफिक पुलिस ने क्या कहा: यातायात पुलिस का कहना है कि फिटनेस कैंप के जरिए हम किसी को दंडित नहीं कर रहे हैं. हमारी कोशिश है कि जो भी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उनको सचेत किया जाए. ड्राइवरों और स्कूलों को ये बताया जाए कि बच्चों की सुरक्षा जरुरी है. नियमों का सही से पालन किया जाना चाहिए.