कोरिया : बैकुंठपुर से 10 किलोमीटर दूरी पर चारपारा गांव है. इस गांव का तालाब इन दिनों आस्था का केंद्र बना हुआ है. क्योंकि इस तालाब में नाग और नागिन के जोड़े ने लोगों को दर्शन दिए हैं.पहले तो लोगों ने इसे सामान्य घटना माना.लेकिन जब ग्रामीणों ने आए दिन नाग के जोड़ों को तालाब में देखा तो इसे दैवीय चमत्कार मानने लगे. ग्रामीणों ने इसके बाद नाग को दूध पिलाने के लिए तालाब किनारे कटोरी रखी.फिर क्या था नाग आया और कटोरी से दूध पी गया.इस घटना के बाद मानो लोगों को लगने लगा कि सच में उनके गांव में दैवीय कृपा हुई है. ये बात पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैली.बस फिर क्या था,लोग हाथों में दूध की कटोरी लिए तालाब किनारे आज भी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
नाग के डसने से एक की हो चुकी है मौत :किस्सा यहीं खत्म नहीं होता.नाग के दूध पीने के बाद कुछ और लोगों को इससे भी आगे बढ़ने की सूझी. लिहाजा नाग को छूने का सिलसिला शुरु हुआ. अब लोग नाग को दूध पिलाने के साथ सेल्फी भी लेने लगे.वो भी नाग को छूकर. नाग को भी शायद लोगों की इस हरकत का बुरा नहीं लगा,इसलिए तो उसने खुद को छूने का विरोध किसी भी गांव वाले को चूमकर नहीं दिया.लेकिन एक शराबी ने थोड़ी हिम्मत दिखाई और नशे में उसने नाग को अपने गले का हार बना डाला.यहां तक तो ठीक था लेकिन जैसे ही शराबी ने नाग को तालाब से दूर ले जाने की कोशिश की तो नाग नाराज हो गया और वही किया जो उसका काम है.नाग के पप्पी लेते ही शराबी का नशा काफूर हुआ और जनाब का काम तमाम.इसके बाद चुपचाप नाग देवता अपने तालाब में वापस आ गए.