बेमेतरा:मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों को किस तरह से संवारा गया है इसकी बानगी बेमेतरा में देखने को मिली.जहां करोड़ों रुपए खर्च करके स्कूलों की मरम्मत की गई.लेकिन बारिश ने स्कूलों में किए गए काम की पोल खोल दी है. आलम ये है कि 4 महीने पहले मरम्मत किए गए कमरों की छतों से पानी टपक रहा है.
मुख्यमंत्री जतन योजना में भ्रष्टाचार की बू : बेमेतरा जिला के नवागढ़ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले बहरबोड़ में 04 महीने पहले स्कूल की मरम्मत की गई थी.लेकिन बारिश के मौसम में स्कूल की छत से पानी टपक रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल की मरम्मत किस तरह से की गई होगी. बहरबोड़ के आश्रित नवागांव में 7 लाख रुपए से जिस स्कूल की मरम्मत की गई.उससे दो नए कमरे बन सकते थे.मरम्मत के बाद जिस तरह से छतों से पानी गिर रहा है,उसे देखकर यही लग रहा है कि असली मरम्मत स्कूल की नहीं बल्कि ठेकेदार के अकाउंट की हुई है.
हैंडपंप आधा पानी में डूबा :वहींबहरबोड़ और नवागांव के स्कूल में बारिश का पानी भरा है. स्कूल में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण बारिश का पानी स्कूल परिसर में भर गया है. जिसके कारण स्कूली बच्चों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है. जलभराव के कारण स्कूल का हैंडपंप आधा पानी में डूबा है.जिसके कारण बारिश का पानी अब पीने वाले पानी में मिलकर आ रहा है.बच्चे प्यास बुझाने के लिए इसी पानी को पी रहे हैं.जिससे बच्चे बीमार पड़ सकते हैं.
नहीं गिराए गए जर्जर भवन :बहरबोड स्कूल परिसर में एक जर्जर भवन अब तक नहीं गिराया गया हैं .इसकी छत की प्लास्टर गिर रही है जो हादसे को आमंत्रण दे रही है. गौरतलब है कि शासन की ओर से जर्जर भवन को डिस्मेंटल करने के लिए हर साल राशि दी जाती है.लेकिन जर्जर भवन को अब तक नहीं गिराया गया.इस भवन के पास बच्चे खेलते हैं,जिसके कारण कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है.