राजनांदगांव: नगर निगम परिषद का कार्यकाल खत्म हो गया. शुक्रवार से नगर निगम के कामकाज का जिम्मा बतौर प्रशासक यानि कलेक्टर संजय अग्रवाल के पास रहेगा. राजनांदगांव के इतिहास में यह पहली दफा होगा जब नगर निगम राजनांदगांव का कामकाज प्रशासक के हवाले किया गया. राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को प्रशासक बनाया है. कलेक्टर संजय अग्रवाल ने नगर निगम के प्रशासक के तौर पर आज पदभार ग्रहण किया.
कलेक्टर बने प्रशासक: आगामी महापौर के चुनाव तक प्रशासक ही नगर निगम की जिम्मेदारियों को संभालेंगे. जब तब आचार संहिता नहीं लग जाती है प्रशासक ही सभी फैसले करेंगे. टेंडर की जो प्रक्रिया होगी उसे प्रशासक ही कराएंगे. एमआईसी और सामान्य सभा की ओर से लिए जाने वाले निर्णय करने का अधिकार भी प्रशासक के पास रहेगा. आचार संहिता लागू होने के बाद नए काम पर रोक जरुर लग जाएगी.
नए काम पर रहेगी रोक: प्रदेश सरकार ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया था.चूंकि पांच साल पहले शहर सरकार ने 3 जनवरी को ही शपथ ली थी इसलिए उसे 2 जनवरी तक काम करने का अवसर दिया गया. कलेक्टर और नगर निगम प्रशासक संजय अग्रवाल ने कहा कि राजनांदगांव नगर निगम में पुराने परिषद का कार्यकाल 2025 तक था. उनका कार्यकाल 2025 को समाप्त हुआ इसके बाद राज्य शासन की अधिसूचना है कि कलेक्टर को प्रशासक के तौर पर नियुक्त किया गया है.