नई दिल्ली:दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की अकादमिक परिषद की 1018 वीं बैठक कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई. बैठक में एमएससी फोरेंसिक साइंस के चौथे सेमेस्टर की पाठ्यक्रम सामग्री में परिवर्तन के संबंध में मानव विज्ञान विभाग की सिफारिशों को अकादमिक परिषद द्वारा स्वीकार किया गया. इसके तहत अपराध स्थल/न्यायालय कक्ष/एफएसएल/(यूपीसी-221511403) का दौरा के स्थान पर अब पुलिस स्टेशन के माध्यम से अपराध स्थल का दौरा (यूपीसी-221511403) को पाठ्यक्रम सामग्री में शामिल किया जाएगा.
इससे अब एमएससी फोरेंसिक साइंस के विद्यार्थी, पुलिस स्टेशन के माध्यम से अपराध स्थल का दौरा कर सकेंगे. प्रोजेक्ट रिपोर्ट (UPC221511402) के स्थान पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट ऑन कोर्ट रूम एंड केस एथनोग्राफी (UPC-221511402) शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही ट्रेनिंग (UPC-221511404) के स्थान पर ट्रेनिंग इन फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्रीज़ (UPC-221511404) पाठ्यक्रम शामिल किया जाएगा.
बैठक की शुरुआत में कुलपति ने विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की. बैठक के दौरान एजेंडे पर चर्चा से पहले जीरो आवर के दौरान परिषद के सदस्यों ने अनेकों मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और अपने-अपने विचार एवं सुझाव प्रस्तुत दिए. जीरो आवर के दौरान एक सदस्य द्वारा डॉ. बीआर अंबेडकर चेयर पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कुलपति की ओर से बताया गया कि यूजीसी को चेयर के लिए प्रपोजल भेजा गया है, वहां से अनुमति मिलते ही डॉ. बीआर अंबेडकर चेयर स्थापित कर दी जाएगी.
यूजी लेवल पर पढ़ाई जाएगी रूसी भाषा: प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि डीयू में पहली बार यूजी लेवल पर रूसी प्रोग्राम शामिल किया गया है. अकादमिक परिषद की बैठक के दौरान यूजीसीएफ 2022 के आधार पर कला संकाय के स्लावोनिक और फिनो-उग्रियन अध्ययन विभाग के तहत बीए (ऑनर्स) में रूसी प्रोग्राम को भी मंजूरी प्रदान की गई.