भोपाल. प्रदेश में इस समय सक्रिय वेदर सिस्टम की वजह से कई जिलों में बादल छाए हुए हैं और बारिश व ओलावृष्टि हो सकती है. 'पछुवा पवन' (वेस्टर्लीज) के चलने से एक टर्फ लाइन सक्रिय हो गई है, जो समुद्र तल से लगभग 5 से 6 किलोमीटर की ऊंचाई पर अपना केंद्र बनाए हुए है. इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के तट के पास सकरी एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Anti cyclonic circulation) कर्नाटक से लेकर छत्तीसगढ़ तक सक्रिय है, जिसकी वजह से मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है.
इस बार देर से आया मौसम में ये बदलाव
मध्य प्रदेश मौसम विभाग (Mp weather department) के मुताबिक प्रदेश (Madhya pradesh) के मौसम में यह बदलाव जनवरी के अंत और फरवरी की शुरुआत में देखा जाता है. इस बार 'पछुवा पवन' (Westerlies) के देर से चलने की वजह से मौसम में यह बदलाव अब देखा जा रहा है. विपरीत दिशा से चल रही हवाओं की वजह से प्रदेश में अचानक न्यूनतम और अधिकतम तापमान में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. प्रदेश में एक बार फिर से रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया जा रहा है. वहीं दिन का तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है.
8 मार्च तक ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग का एक पूर्वानुमान है कि प्रदेश में सक्रिय वेदर सिस्टम (Active weather system) की वजह से 8 मार्च तक इसका असर रहेगा. इसकी वजह से मध्यप्रदेश में आज नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और सिवनी जिलों में ओलावृष्टि (hailstorm) के साथ-साथ गरज चमक के साथ भारी बारिश होगी. साथ ही यहां 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. इसके साथ ही मंडला और बालाघाट जिले में ओलावृष्टि और गरज चमक के साथ वज्रपात और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है.