बुंदेलखंड में बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान, मसूर की खेतों में कटी फसल बर्बाद, गेंह भी चौपट - mp weather change
Bundelkhand Weather Update: मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड में अचानक आये आंधी और तूफान से फसलों को काफी नुकसान हुआ है और आम जनजीवन प्रभावित हो गया है. खेतों में गेहूं और मसूर की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.
सागर। शुक्रवार देर रात मौसम में अचानक आए बदलाव की चलते जहां फसलों को नुकसान हुआ है, वहीं जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. दरअसल शुक्रवार देर रात तेज हवा और आंधी के साथ बारिश का जो सिलसिला शुरू हुआ तो शनिवार दिन भर जारी रहा. पूरे बुंदेलखंड में लगातार बारिश के कारण मसूर की खेतों में रखी कटी फसल बर्बाद हो गयी. वहीं, पकने को तैयार गेंहू की फसल खेतों में बिछ गयी. दूसरी तरफ तेज हवाओं और आंधी के चलते जनजीवन पर भी असर पड़ा है. तेज हवा और आंधी के चलते आवागमन प्रभावित हुआ है. बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है. कई इलाकों में कल रात से बिजली आपूर्ति ठप है.
बारिश में बर्बाद हो गई गेहूं की फसल
बुंदेलखंड में अचानक मौसम में आया बदलाव
मार्च महीने की पहली तारीख 1 मार्च को अचानक से मौसम में बदलाव देखने मिला था और बुंदेलखंड के अधिकांश जिलों में तापमान में अचानक वृद्धि देखी गई थी. दिन भर गर्मी के बाद देर रात अचानक से तेज हवाएं चलने लगीं और कुछ ही देर में आंधी और बारिश का सिलसिला शुरू हो गया, जो पूरी रात और शनिवार दिन भर चलता रहा.
बुंदेलखंड के सागर, दमोह, छतरपुर और पन्ना इलाके में बारिश के चलते फसलों को काफी नुकसान हुआ है. खासकर मसूर की फसल बारिश के चलते एक तरह से बर्बाद हो गई है, क्योंकि हाल ही में किसानों ने मसूर की फसल काटना शुरू किया था और ज्यादातर किसानों की फसल खेत में ही पड़ी थी. ऐसे में बारिश के चलते फसल बर्बाद होने की संभावना है. दूसरी तरफ खेतों में लगी गेहूं की फसल पकने को तैयार थी, लेकिन तेज आंधी और बारिश के चलते खेत में ही बिछ गई है. इसके अलावा मटर, चना और सब्जी की फसलों को भी नुकसान हुआ है.
बारिश में बर्बाद हो गई मसूर की फसल
मौसम में आये इस बदलाव को लेकर क्या कहते हैं जानकार
कृषि विभाग के सहायक संचालक जितेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि बुंदेलखंड में आंधी और बारिश की सूचना मिली है। इस बे मौसम बरसात से उन फसलों को नुकसान की संभावना है, जो काट ली गई थी और खेतों में पड़ी हुई थी या सुरक्षित नहीं थी। लेकिन जो फैसले अभी खेत में लगी हुई है और पकने को तैयार हैं, उन फसलों में ज्यादा नुकसान की संभावना नहीं है। बार-बार मौसम में बदलाव के चलते किसानों को कटी हुई फसलों को सुरक्षित रखने की जरूरत है। वही मौसम की जानकारी गोविंद राय बताते हैं कि पाकिस्तान और कजाकिस्तान की तरफ से हो रही बर्फबारी के कारण मौसम में बदलाव देखने मिला है और यह चार-पांच मार्च तक ऐसे ही रहने के आसार हैं। फिर तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी।