चित्तौड़गढ़ :भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व चित्तौडगढ़ के सांसद सीपी जोशी ने शनिवार को अपने दिल्ली स्थित आवास पर मीडियाकर्मियों से बात की. इस दौरान उन्होंने संविधान सहित अन्य मुद्दों पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. जोशी ने कहा जनता सब जानती है कि संविधान किसकी वजह से खतरे में है. कांग्रेस ने हमेशा सत्ता को प्राथमिकता दी, न कि संविधान को. नेहरू से लेकर इंदिरा और राजीव गांधी ने कई बार संविधान को तार-तार करने का प्रयास किया.
देश में इमरजेंसी भी कांग्रेस पार्टी के कारण ही आई थी. डॉ. मनमोहन सिंह के समय एक बिल आया, जिसे राहुल गांधी ने फाड़ दिया था. कांग्रेस ने बाबा साहेब का अपमान किया, जबकि मोदी सरकार में बाबा साहेब की जन्म स्थली से लेकर शिक्षा स्थली, दीक्षा स्थली, निर्वाण स्थली सहित सभी स्थानो का विकास किया गया. मोदी सरकार संविधान को सर माथे पर लगाकर देश के हर तबके के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है. कांग्रेस संविधान को पॉकेट में रखकर घूमती है. कांग्रेस संविधान पर चर्चा से कतरा रही है.
चित्तौडगढ़ सांसद सीपी जोशी (ETV BHARAT Chittaurgarh) इसे भी पढ़ें -भजनलाल सरकार की बेटियों को बड़ी सौगात, राज्य में जन्म के साथ ही लाडो बनेंगी लखपति - LADO PROTSAHAN YOJANA
आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपराष्ट्रपति के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाती है. राष्ट्रपति जो जनजाति परिवार से आती हैं, उनके रंग पर हंसी उड़ाती है. आज देश में चाय बनाने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है, गरीब परिवार में जन्म लेकर देश का राष्ट्रपति बन सकते हैं, तो इनको लगता है कि ये लोग कैसे इस देश का नेतृत्व कर सकते हैं. यह तो हमारा ठेका था, हमारे अलावा इस देश में कोई नहीं है.
वन नेशन वन इलेक्शन पर उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन देश की उन्नति और प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा. देश में 1952, 1957, 1962 और 1967 के चुनाव वन नेशन वन इलेक्शन के आधार पर हुए. बाद में व्यवस्थाएं बदली. देश की जनता की मांग है कि जिस प्रकार से वन नेशन वन टैक्स हुआ, वन नेशन वन राशन हुआ, वैसे ही वन नेशन वन इलेक्शन हो, क्योकि बार-बार आचार संहिता लगने से विकास कार्यों में बाधा आती है. साथ ही देश पर आर्थिक बोझ बढ़ता है.