भोपाल।1 जुलाई यानि सोमवार से मध्य प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत हुई. मानसून सत्र का पहला ही दिन काफी हंगामेदार रहा. विपक्ष ने नर्सिंग घोटाले को लेकर सरकार को जमकर घेरा. प्रश्न काल के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने चर्चा की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के नर्सिंग छात्रों के भविष्य का मुद्दा है, जिस पर संसदीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जवाब दिया. हालांकि विधानसभा में पहले दिन की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
पहले दिन एप्रिन पहनकर सदन पहुंचे कांग्रेसी
दरअसल, आज से विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत हुई. पहले दिन ही विपक्ष नर्सिंग घोटाले का विरोध जताते हुए एप्रिन पहनकर विधानसभा पहुंचे. कांग्रेस नेता एप्रिन में पोस्टर लगाकर पहुंचे थे. वहीं कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस नेताओं ने गांधी प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार परतत्कालीन शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को बचाने का आरोप लगाया. कांग्रेस ने कहा कि सरकार को छात्रों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है.
नर्सिंग घोटाले को लेकर हुआ हंगामा
इसके बाद जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई. यहां भी कांग्रेस ने जोर-शोर से नर्सिंग घोटाले का मुद्दा उठाया. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा यह छात्रों के भविष्य का मुद्दा है. जिस पर संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नर्सिंग घोटाले की जांच हाईकोर्ट में चल रही है, इसलिए सदन में इस पर चर्चा नहीं कराई जा सकती है. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी कहा कि मामला कोर्ट में पेंडिंग होने की वजह से इस पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती है.
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
सत्ता पक्ष के जवाब पर नेता प्रतिपक्ष ने आपत्ति जताई. उमंग सिंघार ने कहा कि क्या कोर्ट के नाम पर सदन में चर्चा नहीं कराई जा सकती है. हम कॉउंसिल के नियम पर चर्चा चाहते हैं. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि ' एक बार फिर परीक्षा की तारीख घोषित कर दी गई है, आखिर एक छात्र कितनी बार एग्जाम देगा.' मुद्दे पर बहस से इंकार के बाद विपक्ष ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के लगातार हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी है.