बहरोड़: शुक्रवार को जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान समिट कार्यक्रम का आयोजन बहरोड़ में हुआ. इसमें 10280 करोड़ के 122 एमओयू हस्तांतरित किए गए. जिससे 12800 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. इस दौरान जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान सबसे बड़ा प्रदेश है. भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उद्यमी रोजगार का सृजन कर विकसित भारत तथा विकसित राजस्थान की संकल्पना को साकार करने में अपनी अहम भूमिका निभाएं.
आबकारी आयुक्त तथा जिले के प्रभारी सचिव शिव प्रसाद नकाते ने राज्य सरकार द्वारा उद्यमियों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ तथा छूट प्राप्त कर जिले में और अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया. इसके साथ ही उन्होंने ग्रीन एनर्जी पर बल देते हुए सोलर ऊर्जा को अपनाकर अपने उत्पादन की लागत और भी कम की जा सकती है. इसके साथ ही उन्होंने सभी उद्यमियों को आश्वासन दिया कि उनके समक्ष आने वाली सभी समस्याओं का समाधान तय समय अवधि में किया जाएगा.
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हरित ऊर्जा की तरफ बढ़ाए कदम: ग्रीन एनर्जी की तरफ कदम आगे बढ़ाते हुए ऊर्जा ग्लोबल लिमिटेड संस्थान द्वारा राइजिंग राजस्थान समिट के तहत 4200 करोड़ रुपए का एमओयू किया गया. जो मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक स्कूटर, लेड एसिड बैटरी, लिथियम आयरन बैटरी तथा सोलर पैनल का निर्माण करती है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा है कि राजस्थान में ग्रीन एनर्जी आधारित उद्योग स्थापित हो, उसी कड़ी में एक और कदम आगे बढ़ाया गया है. कार्यक्रम में विबा फूड प्राइवेट लिमिटेड, लेविस सर्फेसेस ग्लोबल सेरेमिक इंडस्टरीज, उत्कृष्ट स्वयं सहायता समूह बानसूर, राजीविका स्वयं सहायता समूह, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र में, बैंक ऑफ बड़ोदा, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक के स्टॉल लगाए गए, जिसमें संबंधित योजनाओं की जानकारियां साझा की गई.