खूंटीः भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा की मौत के बाद उनके पैतृक गांव उलिहातू में मातम छाया हुआ है. परिजन अपने बेटे के पार्थिव शरीर के आने का इंतेजार कर रहे हैं. बिरसा मुंडा के परपोते सुखराम मुंडा और उनकी पत्नी सहित उनके भाई भतीजे गांव में ही हैं.
बता दें कि बिरसा ओड़ा से सटा सुखराम मुंडा का मकान है. सुखराम मुंडा के बड़े बेटे थे मंगल मुंडा जिनकी मौत रिम्स में इलाज के दौरान हो गई. उनकी मौत के बाद गांव में मातम छाया हुआ है. वहीं गांव में ग्रामीणों ने मौत की सूचना मिलने के बाद ग्रामसभा की. सभा में ग्रामीणों का आरोप लगाया कि बिरसा के वंशज ग्राम सभा के अनुसार बैठक एवं अन्य कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेते हैं. इसलिए अंतिम संस्कार में सहयोग नहीं करेंगे.
बैठक की सूचना के बाद अड़की प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश महतो, अड़की थाना प्रभारी मुकेश कुमार यादव और साइको थाना प्रभारी मुकेश कुमार हेंब्रम उलिहातू गांव पहुंचे हुए हैं. उनके द्वारा दोनों पक्षों से बात कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है. पदाधिकारियों के समझाने के बाद ग्राम सभा ने कहा कि वंशज के बाकी परिजन जब पहुंचेंगे उसके बाद बातचीत की जाएगी. उधर रांची के रिम्स से वंसज का पार्थिव शरीर खूंटी से निकल गया है. कुछ घंटों में मंगल मुंडा का पार्थिव शरीर उलिहातू पहुंचेगा.
बता दें कि रिम्स में इलाजरत मंगल मुंडा के निधन के बाद पीएम मोदी और सीएम हेमंत सोरेन ने दुख जताया है. सीएम हेमंत सोरेन खुद रिम्स पहुंचे. वहां उन्होंने बिरसा के वंशज को नमन किया. उसके बाद मंगल मुंडा का पार्थिव शरीर खूंटी के लिए ले जाया गया.