कोटा :वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी और कोटा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU) हुआ है. इसके तहत दोनों ही विश्वविद्यालय एक दूसरे के रिसोर्स और बौद्धिक संपदा का उपयोग कर सकेंगे. साथ ही रिसर्च, स्किल डेवलपमेंट और इंटर्नशिप सहित कई कार्यक्रम भी संयुक्त रूप से चला सकेंगे.
वीएमओयू के वीसी प्रो. कैलाश सोडाणी ने इसे कृषि के क्षेत्र में शैक्षिक अवसरों और कौशल विकास को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. साथ ही कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा, अनुसंधान और व्यावहारिक प्रशिक्षण में पहल को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. समझौते का उद्देश्य संयुक्त कौशल विकास कार्यक्रम, सहयोगी अनुसंधान और संसाधन साझाकरण के माध्यम से कृषि शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए आपसी सहयोग के लिए एक रूपरेखा तैयार करना है.
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दोनों यूनिवर्सिटी के छात्रों को एक से तीन महीने तक चलने वाले इंटर्नशिप में शामिल होने का अवसर मिलेगा. इससे कृषि क्षेत्र के व्यावहारिक अनुभव को प्राप्त करने में मदद मिलेगी. दोनों यूनिवर्सिटी अपने सहयोगात्मक कार्य के परिणामों को संयुक्त रूप से प्रकाशित करने पर भी सहमति दी है. फिलहाल यह एमओयू अगले 5 साल के लिए किया गया है. वीएमओयू और एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कोटा के बीच साझेदारी से कृषि शिक्षा और अनुसंधान में प्रगति होने की उम्मीद है.
यह समझौता राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत हुआ है. इससे एग्रीकल्चर के फील्ड में स्किल्ड प्रोफेशनल तैयार हो जाएंगे. दोनों यूनिवर्सिटी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. प्रतिनिधि के रूप में वीएमओयू से रजिस्ट्रार सरिता सिंह और एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार मनीष तिवारी ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इस दौरान वीएमओयू के कुलपति प्रोफेसर कैलाश सोडाणी व एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के डॉ. अभय कुमार व्यास मौजूद थे.