मुरैना: जिले में बीते दिनों हुई अत्यधिक बारिश के चलते आसन नदी, सांक नदी और क्वारी नदी उफान पर चल रही है. ग्राम पंचायत रामपुर कलां स्थित नदी से सटी हुई सैकड़ों बीघा जमीन पर खड़ी फसल पानी के कारण बर्बाद हो गई है. खेती पर आश्रित किसानों को बहुत नुकसान हो गया है. किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि "राजस्व अधिकारी और पटवारी बारिश से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे नहीं कर रहे हैं. सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने के लिए कहने पर वो कहते हैं कि सरकार की तरफ से लिखित आदेश नहीं मिला है. वहीं, सरकार के नुमाइंदे मुआवजा देने की बात कह रहे हैं"
अति बारिश से फसल हुई चौपट
मुरैना विधानसभा सहित जिले की ग्राम पंचायत रामपुर कलां में क्वारी नदी से सटी हुई जमीन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. ग्राम पंचायत सालई में करीब 25 किसानों की खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. वहीं रामपुर कलां और उसके आसपास के क्षेत्रों में 50 किसानों का भारी नुकसान हुआ है. खरीफ की फसल में 2 बार नदी के उफान पर आने की वजह से किसान परेशान हैं, पूरी फसलें बर्बाद हो चुकी है. वहीं किसानों को आरोप है कि किसी भी प्रकार की छूट व राहत प्रशासन की तरफ से नहीं दी गई है.
राजस्व अधिकारी व पटवारी नहीं कर रहे सुनवाई
रामपुर कलां निवासी पीड़ित किसान भूप सिंह जादौन ने कहा कि "मेरी 20 बीघा तिल और बाजरा की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है. प्रशासन के अधिकारी, राजस्व विभाग के अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते. मैं अपनी व्यथा भोपाल या दिल्ली जाकर सुनाऊं, क्या करूं, मेरे पास किराए के लिए भी रुपए नहीं है."
वहीं, दूसरे किसान कैलाशचंद शर्मा ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि "उसका हल्का नंबर 65 रकवा 1656 से 61 तक नदी किनारे जमीन है. जिस पर वह खेती कर अपने परिवार की आजीविका चलाते हैं. हर वर्ष यह आपदा आती है और उन्हें बर्बाद कर देती है. राजस्व विभाग में पटवारी को कहते हैं, तो कोई सुनवाई नहीं होती है. हर वर्ष नुकसान होने से भूखों मरने की नौबत आ चुकी है."