मुरैना।बीजेपी के कार्यक्रम में पहली बार ऐसा हुआ, जिसे देख व सुनकर सभी हैरान हैं. विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दम भरने वाली बीजेपी के एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं का टोटा पड़ गया. हद तो तब हो गई, जब पदाधिकारियों ने खाली कुर्सियां को भरने के लिए पास स्थित झुग्गी-झोपड़ियों से लोगों को बुलाया. जिसके वीडियो सोसल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं. यहां बात हो रही है बीजेपी के कार्यकर्ता सम्मेलन की. बीजेपी जिला कार्यालय पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन को संबोधित करने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आये हुए थे.
बीजेपी कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे राजस्थान के CM
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा मंगलवार को एक दिवसीय प्रवास पर मुरैना आये थे. यहां बीजेपी कार्यालय पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. बताते हैं कि, इस सम्मेलन की तैयारियों को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी दो दिन से कार्यकर्ताओ को सूचना देने में लगे हुए थे. इस सबके बावजूद भी कार्यकर्ता नियमित समय पर राजस्थान के मुख्यमंत्री को सुनने नहीं पहुंचे. निर्धारित समय से करीब डेढ़ घंटे से अधिक लेट होकर मुख्यमंत्री करीब 4 बजे पार्टी कार्यालय पर पहुंचे तो यहां पर कुछ ही कार्यकर्ता उपस्थित मिले. यह देख पदाधिकारियों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को अंदर वाले कमरे में चाय पीने के बहाने बैठा दिया. उनको बताया गया कि कार्यकर्ता अभी कुछ ही देर में आने वाले हैं.
नाक बचाने झुग्गी-झोपड़ी के लोगों को बुलाया
पदाधिकारियों की बात मानकर मुख्यमंत्री अंदर कमरे में बैठकर इंतजार करने लगे. बताते हैं कि, आधा घंटे इंतजार करने के बाद भी कुर्सियां जस की तस खाली पड़ी रहीं. इंतजार करने के बावजूद भी कार्यकर्ता नहीं पहुंचे तो पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी नाक बचाने के लिए पास स्थित झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले महिला-पुरुषों को बुलाया. इसके बाद मुख्यमंत्री को मंच पर बुलाकर कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्पन्न कराया. इतना सब कुछ करने के बाद भी आधी कुर्सियां खाली पड़ी रहीं.
कार्यकर्ताओं को एकत्रित नहीं कर पाए जिला अध्यक्ष
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के एक दिवसीय मुरैना प्रवास को लेकर कई दिनों से तैयारी चल रही थी और ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम के अलावा कार्यकर्ता सम्मेलन भाजपा कार्यालय पर होना था. जिले में आज की स्थिति में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन बावजूद इसके जिला अध्यक्ष द्वारा कार्यकर्ताओं को एकत्रित न कर पाना उनकी नाकामी को दर्शाता है. सूत्र बताते हैं कि भाजपा जिला अध्यक्ष कुछ चहेतों के चंगुल में फंसे हुए हैं और उनसे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तथा न ही जिले में पार्टी संगठन को मजबूत करने में उनकी कोई दिलचस्पी है.