मोहन यादव की यह स्कीम दिव्यांग छात्रों को बना देगी डॉक्टर इंजीनियर, करना होगा यह छोटा सा काम - Mohan Yadav Govt Scholarship
मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने दिव्यांगों छात्रों के लिए बड़ा फैसला लिया है. सरकार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत दिव्यांगों को पेंशन देने के बाद अब सरकार छात्रों को स्कॉलरशिप देने जा रही है. इस आर्टिकल में जानिये आवेदन की तारीख, स्कॉलरशिप की राशि सहित पूरी जानकारी.
दिव्यांगों छात्रों को स्कॉलरशिप (ETV Bharat Graphics)
भोपाल:शारीरिक रूप से असहाय लोगों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार लगातार कदम बढ़ा रही है. दिव्यांगों को प्रदेश सरकार द्वारा हर माह पेंशन दी जा रही है. इसके बाद अब सरकार दिव्यांगों छात्रों को स्कॉलरशिप देने जा रही है. यह स्कॉलरशिप कक्षा 9 वीं से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट दिव्यांग स्टूडेंट्स को दी जाएगी. इसके लिए विद्याथियों को 31 अक्टूबर तक आवेदन करना होगा. ऐसे छात्रों को सरकार 4 हजार रुपए तक की स्कॉलरशिप देगा.
कैसे मिलेगा पेंशन का लाभ सबसे पहले आपको बताते हैं कि प्रदेश की मोहन सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही पेंशन योजना का लाभ कैसे उठाया जा सकता है. सरकार द्वारा संचालित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत 18 से 70 साल तक के दिव्यांगों को हर माह 600 रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. इस योजना का लाभ उन्हें मिलता है, जिनकी दिव्यांगता का प्रतिशत 45 फीसदी से ज्यादा होता है. इस योजना का संचालन मध्यप्रदेश सामाजिक न्याय विभाग द्वारा किया जाता है. 2009 से शुरू हुई इस योजना के तहत मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में दिव्यांगों को आर्थिक मदद मिल रही है. इस योजना का लाभ लेने के लिए दिव्यांगों को सबसे पहले संबंधित जिला विकलांगता बोर्ड से विकलांगता सर्टिफिकेट बनवाना होता है. इसके बाद इस योजना के लिए अपनी तीन फोटो, विकलांगता सर्टिफिकेट, जन्म प्रमाण पत्र सहित नगरीय निकाय के कार्यालय में इसको देना होता है. इसके बाद पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो जाता है.
दिव्यांगों को हर माह पेंशन दे रही मोहन सरकार (ETV Bharat)
छात्रों को कैसे मिलेगी छात्रवृति उधर दिव्यांग बेहतर शिक्षा ले सकें, इसके लिए सरकार द्वारा दिव्यांग छात्र-छात्राओं के लिए स्कॉलरशिप योजना भी संचालित की जा रही है. इस योजना का लाभ लेने के लिए 31 अक्टूबर तक आवेदन करना होगा.
- इसमें कक्षा 11 से लेकर स्नातकोत्तर के छात्रों को पोस्ट मैट्रिक योजना के तहत 31 अक्टूबर तक आवेदन करना होगा. - टॉप क्लास यानी चिन्हित संस्थानों से ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन और डिप्लोमा कोर्स वालों को भी 31 अक्टूबर तक आवेदन करना होगा. - दिव्यांग छात्र इस योजना का लाभ लेने के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर लॉग इन कर अपना आवेदन कर सकेंगे. - इस स्कॉलरशिप योजना में प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति में रखरखाव भत्ता, पुस्तक अनुदान, दिव्यांगता भत्ता दिया जाता है. इसके तहत रखरखाव भत्ते के रूप में डे स्कॉलर को 500 रुपए प्रतिमाह और हॉस्टलर को 800 रुपए प्रतिमाह दिया जाता है. पुस्तक अनुदान के रूप में हर साल डे स्कॉलर हॉस्टलर को 1 हजार रुपए दिया जाता है. इसके अलावा दृष्टिबाधित या बौद्धिक दिव्यांगता वालों को 4 हजार रुपए साल और सभी प्रकार की दिव्यांगता को 2 हजार रुपए साल दिया जाता है. - इसी तरह पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में 900 रुपए से 1600 रुपए मासिक दी जाती है. सरकार ऐसे छात्रों को फैलोशिप भी देती है.