भोपाल: देश में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों में मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर है. यहां प्रति घंटे 2 से 3 लोगों की मौत सड़क हादसे में होती है. इसका एक बड़ा कारण खराब सड़कों के साथ लोगों को ट्रैफिक का ज्ञान नहीं होना है. इसीलिए अब स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने का निर्णय लिया है. सड़क यातायात के नियमों को अब स्कूली सिलेबस में शामिल किया जाएगा. जिससे आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके. इसके लिए स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
नई शिक्षा पद्धति में करेंगे शामिल
मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा, "बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जो बच्चों को उनके बचपन से बताई जाएं, तो बगैर किसी प्रयास और बिना दबाव के वो सीख जाते हैं. जैसे संस्कृति का ज्ञान है, ये बच्चों को स्वमेव मिलता है. यह परिवार और शिक्षा पद्धति के कारण संभव हो पाया है. इसीलिए छात्र भविष्य में अपनी संस्कृतियों से जुड़े रहते हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों को अब स्कूल में ही सड़क यातायात के नियम और उनका पालन कैसे करना है, ये बताना जरूरी हो गया है.
यदि हम इसे शैक्षिक व्यवस्था में शामिल करते हैं, तो बच्चे ये आसानी से एडाप्ट करेंगे और अपने जीवन में उतारेंगे. मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि बड़े होकर सिखाने से बेहतर है कि हम उन्हें छोटे-छोटे पाठ्यक्रमों के माध्यम से ट्रैफिक नियमों का ज्ञान कराएं. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों के साथ अन्य जीवनोपयोगी चीजों को भी नई शिक्षा पद्धति में शामिल किया जाएगा."