पटना :कहते हैं राजनीति आंकड़ों का खेल है. इस आंकड़े के खेल में एक बार फिर से नीतीश कुमार ने बाजी मार ली है. वैसे पिछले कुछ दिनों से लगातार जिस 'खेला' का जिक्र आरेजडी नेताओं ने किया था, वही खेला उनके के साथ हो गया. तीन विधायक अपना दल छोड़कर सत्तारूढ एनडीए के पक्ष में बैठ गए. उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर विश्वास जताया.
चेतन आनंद ने क्यों पाला बदला? : आरजेडी विधायक प्रह्लाद यादव, बाहुबली नेता अनंत सिंह की विधायक पत्नी नीलम सिंह और बाहुबली नेता आनंद मोहन के विधायक पुत्र चेतन आनंद ने अपना पाला बदलकर एनडीए को समर्थन दिया. इनके बदौलत एनडीए का विधानसभा में 130 विधायकों का समर्थन प्राप्त हो गया. आरजेडी छोड़कर एनडीए में आए विधायक चेतन आनंद से इटीवी भारत ने बातचीत की.
'अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता' :चेतन आनंद ने कहा कि मैं तो उस समय से नाराज था जब एक चापलूस नेता ने 'ठाकुर के कुएं' वाली बात कही थी. मैं गाली सुनकर उस दल में नहीं रह सकता. मेरी मां सीनियर लीडर है लेकिन, उन्हें 3 साल तक कोई पोस्ट नहीं दिया गया. मैं सब कुछ बर्दाश्त कर सकता हूं लेकिन अपना और अपने परिवार का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता.
''मुझे और मेरे पिता को लेकर गलत गलत बातें की जा रही थी. मुझे बेवकूफ कहा गया. मैं इन तमाम बातों को बर्दाश्त करके वहां नहीं रह सकता था. आज मैंने अपना समर्थन एनडीए को दिया है.''- चेतन आनंद, विधायक
A To X पर चेतन आनंद ने उठाए सवाल :आरजेडी के बागी विधायक चेतन आनंद ने खुलकर कहा कि किसी तरह की डील नहीं हुई है. पार्टी में कुछ चाटुकार नेता हैं, जो पूरी बात आगे तक नहीं जाने देते हैं. जब जातिगत आधार पर ए टू जेड की बात की गई तो फिर भूमिहार और राजपूत क्यों साइडलाइन किया गया.