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बॉर्डर पर जमीन घोटाले पर मंत्री केके विश्नोई का बयान, बोले- पूरी जांच के बाद ही पता चलेगी सच्चाई - LAND SCAM CASE ON THE BORDER

उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के. विश्नोई बाड़मेर दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने जनसुनवाई की और मेधावी छात्राओं को स्कूटी वितरित की.

बाड़मेर दौरे पर राज्यमंत्री के.के. विश्नोई
बाड़मेर दौरे पर राज्यमंत्री के.के. विश्नोई (ETV Bharat Barmer)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 6 hours ago

बाड़मेर: उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के. विश्नोई सोमवार को बाड़मेर दौरे पर पहुंचे. उन्होंने जिला मुख्यालय स्थित अटल सेवा केंद्र में जनसुनवाई कर जिले के दूर-दराज से आए लोगों की समस्याएं सुनी. इसके बाद उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के विभिन्न विकास कार्यों और सरकारी योजनाओं को लेकर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इसके बाद उन्होंने मेधावी छात्राओं को स्कूटी वितरित की. इस दौरान विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप पालीवाल, जिला कलेक्टर टीना डाबी, पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा समेत विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.

राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने मीडिया से बातचीत में विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश में पिछले एक वर्ष में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने शानदार बजट पेश किया और उसकी घोषणाओं को धरातल पर उतारने का काम भी किया.

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बॉर्डर पर जमीन घोटाले पर बोले : बॉर्डर पर जमीन घोटाले को लेकर मंत्री विश्नोई ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है. इस संबंध में एसडीएम के पक्ष में कुछ लोगों ने ज्ञापन भी दिया है. उन्होंने कहा कि पूरी जांच के बाद ही इस मामले की सच्चाई का पता चलेगा और अगला कदम उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता और सरकार हमेशा सीमा सुरक्षा को लेकर गंभीर रहती है.

विधायक के प्रोटोकॉल उल्लंघन पर प्रतिक्रिया : राज्य मंत्री ने सीएम के जन्मदिन पर जिला अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर में विधायक प्रियंका चौधरी की प्रोटोकॉल को लेकर नाराजगी पर कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है. उन्होंने विधायक का पक्ष लेते हुए कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए. यदि ऐसा हुआ है तो इसमें सुधार की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि सरपंच से लेकर संसद तक के प्रोटोकॉल को मेंटेन रखना जरूरी है. किसी भी कार्यक्रम में, चाहे वह उद्घाटन हो या अन्य, पट्टिका पर नाम होना और मंच पर उपस्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए.

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