जामताड़ा:जिले के रामेश्वर राइस मिल में छापेमारी के दौरान बड़े पैमाने पर रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश लिखी चावल की बोरियां बरामद होने के मामले में झारखंड के स्वास्थ्य और खाद एवं आपूर्ति मंत्री इरफान अंसारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
खाद एवं आपूर्ति मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि राइस मिल की आड़ में रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश लिखी बोरियां में चावल की पैकिंग कर चावल तस्करी की जा रही थी. उन्होंने कहा कि जो अनाज गरीबों को मिलने वाला था उस अनाज राइस मिल में खपाया जाता था और फिर मिल में चावल की पॉलिश कर तस्करी की जाती थी. उन्होंने कहा कि जामताड़ा में यह गोरखधंधा काफी चौंकाने वाला है. मंत्री ने कहा कि किसी कीमत पर इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि यह भी पता चला है कि जिस शख्स का राइस मिल है वह पूर्व में बांग्लादेश में दवा की तस्करी करता था. वह पूर्व में जेल भी जा चुका है. इरफान अंसारी ने कहा कि चावल की बांग्लादेश तस्करी मामले की भी जांच की जाएगी. साथ ही टेरर फंडिंग की आशंका और राइस मिल मालिक के बांग्लादेश कनेक्शन की भी जांच की जाएगी.
फिलहाल जिला प्रशासन ने राइस मिल को सील कर दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. अब देखना है कि जांच में क्या खुलासे होते हैं. वहीं सवाल यह भी उठ रहा है कि एफसीआई और पीडीएस का चावल मिल में कैसे पहुंचा और यदि जामताड़ा का चावल बांग्लादेश तस्करी की जा रही थी तो यहां का प्रशासनिक तंत्र और संबंधित विभाग के पदाधिकारी कहां थे. संभावना है कि मामले में कई विभागीय पदाधिकारी पर भी गाज गिर सकती है.