रायपुर:रेल में सफर करने वाले मुसाफिरों की दशकों से ये शिकायत रही है कि उनको साफ चादर नहीं मिलते हैं. बदबूदार और दाग लगे चादर बेड रोल पैकेट में दिए जाते हैं. बोगी के अटेंडर से शिकायत किए जाने के बाद भी उनके बेड रोल चेंज नहीं किए जाते. मुसाफिरों की अब ये शिकायत दूर हो रही है.
ट्रेन यात्रियों के लिए अच्छी खबर: यात्रा में अब जब आप बेड रोल का पैकेट खोलेंगे तो आपको चकाचक चादर और पिलो कवर मिलेगा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने रायपुर रेल मंडल में मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट को अपग्रेड कर काम शुरु कर दिया है. आप अगर रायपुर रेल मंडल से ट्रेन का सफर शुरु करते हैं और बेड रोल की डिमांड करते हैं तो आपको बेहतरीन चादर प्रेस की हुई दी जाएगी.
मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट: मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट जिसे हम (बिल्ड ऑन ऑपरेट एंड ट्रांसफर) भी कहते हैं. इसके अपग्रेड होने से ट्रेनों में साफ सफाई का दायरा बढ़ेगा. ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिरों को बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश शुरु हो चुकी है. दुर्ग में मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट को अपग्रेड किए जाने के बाद बेड रोल को निर्धारित मानकों के तहत साफ रखा जा रहा है. दुर्ग के मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट में धुलाई से लेकर सुखाने और प्रेस से लेकर मोड़ने तक का काम किया जा रहा है. साफ सफाई के सिस्टम को अपग्रेड किए जाने के बाद उसकी पैकिंग भी मुसाफिरों के नए रुप में मिल रही है.
लॉन्ड्री प्लांट की झमता 8 टन:मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट के बारे में बताते हुए सीनियर कोचिंग डिपो अधिकारी मनीष कुमार सिंघरॉय का कहना है कि लॉन्ड्री की क्षमता 8 टन है. एक बार में कपड़ों का बड़ा ढेर अलग अलग मशीनों में डालकर ऑटोमैटिक तरीके से साफ किया जाता है. अगर चादर में कहीं दाग है तो पहले कर्मचारी उसपर केमिकल लगाते हैं जिससे वाशिंग के दौरान वो पूरी तरह से साफ हो जाए.