शिमला:कांग्रेस शासित नगर निगम शिमला ने अपना पहला बजट पेश किया है. निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अपना 247.24 करोड़ का बजट गुरुवार को पेश कर दिया. इस बजट में व्यय आय से 19.46 लाख कम रहे हैं. नगर निगम का यह बजट पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा है. पिछले साल निगम का बजट लगभग 180 करोड़ के लगभग ही था. इसके बाद बजट में 67 करोड़ की बढ़ोतरी की गई है. नगर निगम शिमला को साल भर विभिन्न तरह के टैक्स से 26 करोड़ की आय होगी. इसी तरह निगम को अनुदान में 43 करोड़ की राशि मिलेगी. नगर निगम की संपत्तियों से आई के रूप में 38 करोड़ और शहर में फीस और यूजर चार्ज के 20 करोड़ की राशि मिलने की उम्मीद है.
पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को 116 करोड़ रुपए किया है. केंद्र और राज्य सरकारों से अनुदान के रूप में मिलनी है. इसी तरह नगर निगम की साल भर 247.44 लाख रुपए की कुल आय होगी. निगम के व्यय पर गौर करें तो निगम को व्यय के रूप में 80 करोड़ रुपए सालाना स्थापना के खर्चे पर खर्च करने होंगे. इसके साथ ही रखरखाव पर खर्च की जानी है. इसके साथी अन्य तरह की ग्रांट व सब्सिडी 59 करोड़ 110 राजस्व व्यय साल भर रहेगा. नगर निगम में साल भर विभिन्न तरह के विकास कार्य होने के लिए 89 करोड़ का प्रावधान है. शहर में जो काम काम चल रहे हैं, उन पर 47 करोड़ का बजट खर्च किया जाएगा. इस तरह पूंजीगत व्यय का खर्च 136 करोड़ के लगभग रहने की उम्मीद है. ऐसे में पूरे साल नगर निगम का वह 247 करोड़ 24 लाख रहेगा. वहीं, यह व्यय यह व्यय नगर निगम की सालाना आय से 19 लाख 46 हजार रुपए कम है. ऐसे में नगर निगम का सालाना बजट 19 लाख के मुनाफे का है.
शराब पर सेस बढ़ाया:बजट में कई घोषणाएं की गई हैं. जिसमें शहर में पार्किंग, सड़कों को चौड़ा करने, कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की बात कही गई है. बजट में शराब पर प्रति बोतल सेस 2 रुपये बढ़ाकर 10 रुपये करने की घोषणा की गई. इसके साथ ही बाहरी राज्यों से राजधानी में आने वाले वाहनों से ग्रीन फीस ली जाएगी. इससे निगम को हर साल 10 करोड़ की आय होगी. शिमला में आवारा कुत्तों की गणना करवाई जाएगी. आवारा कुत्तों की नसबंदी और पंजीकरण किया जाएगा. भाजपा पार्षदों ने इस बजट को निराशाजनक बताया और बिना पार्षदों के सुझाव लेकर तैयार किया बजट बताया है. बजट में बुजुर्गों के घर से निशुल्क जांच सैंपल सुविधा शुरू की जाएगी.
बुजुर्गों को अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा: नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह बजट कर मुक्त बजट है. विपक्ष के पार्षदों को कुछ कहना है इसके लिए इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि वेस्ट मेट्रियल के लिए भरयाल में प्लांट लगाया जाएगा. शहर के बुजुर्गों के ब्लड सैंपल टेस्ट के लिए घरों से निशुल्क लिए जाएंगे. इससे बुजुर्गों को टेस्ट के लिए अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा. महापौर ने कहा कि शहर में लावारिस कुत्तों की गणना करने और सभी नसबंदी की जाएगी, ताकि कुत्तों की बढ़ती समस्या से छुटकारा पाया जा सके.