MARS RETROGRADE IN DECEMBER:कोई भी ग्रह जब राशि परिवर्तन करता है, तो उसका अलग-अलग असर देखने को मिलता है. मंगल ग्रह सबसे मजबूत ग्रह में से एक माना जाता है. मंगल ग्रह जब अपनी राशि परिवर्तन करता है, तो इसके सकारात्मक प्रभाव भी पड़ते हैं, लेकिन जब मंगल वक्री हो जाता है, तो इसके नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं. ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि दिसंबर महीने में मंगल वक्री होने जा रहा है. मंगल के वक्री होने से किसी राशियों के लिए बेहतर समय नहीं होगा तो जबकि कुछ राशियों के लिए लाभ ही लाभ होगा.
दिसंबर में मंगल होगा वक्री
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्रीबताते हैं कि "मंगल ग्रह 9 ग्रहों में बलवान ग्रह माने गए हैं. मंगल ग्रह अभी मिथुन राशि में है. 7 दिसंबर को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. कर्क राशि में मंगल जब बैठेगा, तो इसी राशि में वक्री हो जाएगा. जब कोई ग्रह वक्री होता है, तो कमजोर हो जाता है. मंगल भी कर्क राशि में वक्री जाएगा.
मंगल राशि परिवर्तन का राशियों पर असर (ETV Bharat) कर्क राशि में बढ़ेगी मुश्किल
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि "मंगल का कमजोर होना मतलब कर्क राशि वालों के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. कर्क राशि वालों को सावधानी रखनी होगी, इस दौरान किसी नए कार्य की शुरुआत से करने से बचें. ऐसे कार्य न करें जैसे फैक्ट्री खोलना, दुकान खोलना या मकान बनवाना, कोई लोहे का सामान खरीदना, वाहन खरीदना, सोना-चांदी खरीदना, कोई नया कार्य व्यापार शुरू करना, ऐसे कार्य को करने से पहले कर्क राशि वाले थोड़ा सावधानी रखें. विशेष सावधानी रखना है. इस दौरान किसी से वाद विवाद ना करें, क्योंकि कर्क राशि वाले सभी पराक्रमहीन हो जाएंगे. उनके ऊपर किसी भी तरह की परेशानी आ सकती है."
कर्क राशि वाले परेशानियों से बचने करें ये उपाय
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि मंगल के वक्री होने से कर्क राशि वाले परेशानी में आ सकते हैं. इन परेशानियों से बचने के लिए कर्क राशि वाले बहुत ध्यान रखें. इस दौरान कुछ उपाय भी करें, जिन-जिन जातकों की कर्क राशि है. ऐसे जातकों को चाहिए मंगलवार का व्रत करें, हनुमान जी के पास सिंदूर और चमेली का तेल वहां पर अर्पण करें. अगर नहीं कर सकते हैं, तो मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें या सुंदरकांड का पाठ करें, तो मंगल थोड़ा पराक्रमी बनेगा और नुकसान होने से बचा जा सकता है.
वृश्चिक राशि वालों को होगा लाभ
ज्योतिष आचार्यबताते हैं कि "कर्क राशि में मंगल वक्री होगा, लेकिन वृश्चिक राशि का स्वामी भी मंगल है. वहां जाकर के ये पराक्रमी बनेगा और वृश्चिक राशि वालों के लिए लाभ ही लाभ होगा. ऐसे जातक जो वृश्चिक राशि के हैं, वो कोई भी कार्य इस दौरान कर सकते हैं, किसी भी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं, जो भी कार्य करेंगे. इस दौरान सफल होंगे. लाभ के योग बनेंगे. इस दौरान किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा.