रोहतास: एक तरफ बिहार सरकार लोगों को शुद्ध जल मुहैया कराने के लिए नल जल योजना पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है, वहीं लोगों को शुद्ध पानी नसीब भी नहीं हो पा रहा है. ऐसे में बिहार के रोहतास में आलम यह है कि यहां डायरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है और लोग बीमार हो रहे हैं. जिले के कोचस स्थित चमरहा गांव में डायरिया का प्रकोप देखने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पहुंची है और लोगों का स्वास्थ्य जांच कर रही है.
डायरिया की चपेट में 50 से अधिक लोग: बताया जा रहा है कि पिछले एक सप्ताह में 50 से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित हो गए हैं. बीमार लोगों को कोचस के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लोगों का कहना है कि गांव में गंदगी का अंबार है और वो दूषित पानी पीने को विवश हैं. ऐसे में इलाके में डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है, ज्यादातर महिलाएं और बच्चे डायरिया से ग्रसित हैं.
सरकारी अस्पतालों की हालत जर्जर:वहीं पीएचसी के डॉ. तुषार कुमार का कहना है कि हेल्थ टीम मौके पर गई है. जिसके बाद कई लोगों को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है. कई लोग निजी स्तर पर भी अपना इलाज करा रहे हैं. 60 परसेंट लोग खुले में शौच कर रहें है, जिस कारण पानी का सोत्र दूषित हो रहा है और लोग डायरिया के चपेट में आ रहे हैं.ग्रामीणों मदन चौधरी का कहना है कि गांव में डायरिया के प्रकोप से त्राहिमाम मचा है, सरकारी अस्पताल की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है.
"गांव में डायरिया से लगभग 50 से ज्यादा लोग पीड़ित हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव आईहै और लोगों की जांच की जा रही है. नल जल वाली टंकी के पानी की भी जांच की गई है."-मदन चौधरी, ग्रामीण