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गैरसैंण के पज्याणा गांव में महिलाओं ने की शराब बंदी, शादी ब्याह में मदिरा पिलाने पर लगाया बैन - शराब मुक्त विवाह उत्तराखंड

Alcohol Free Marriage Uttarakhand उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के पज्याणा गांव के महिला मंगल दल की पहल को सराहा जा रहा है. सराहना की वजह शराबबंदी है. दरअसल पज्याणा गांव में शादी समारोह या अन्य कार्यक्रमों में शराब परोसने पर बैन लगा दिया है. वहीं, अगर शराब परोसी गई, तो जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 29, 2024, 11:08 AM IST

गैरसैंण: गैरसैंण तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पज्याणा गांव में महिला मंगल दल अध्यक्ष माधवी देवी के नेतृत्व में ग्राम सभा पज्याणा में एक बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी शिक्षिका अंजना रावत द्वारा प्रस्ताव लाया गया. जिसमें पज्याणा गांव में सार्वजनिक कार्यों और विवाह समारोह में शराब परोसने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की अपील की गई. जिसके बाद महिला मंगल दल पज्याणा द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव को पारित किया गया.

पज्याणा गांव में महिलाओं ने की शराबबंदी

बैठक में महिला मंगल दल पज्याणा द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया कि अब से गांव में किसी भी सार्वजनिक कार्य और विवाह समारोह में शराब परोसने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. निर्णय लिया गया कि किसी भी व्यक्ति द्वारा गांव में शराब बेचने व परोसने पर उक्त व्यक्ति पर पांच हजार रुपये का आर्थिक दंड लगाया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में महिला मंगल दल के पदाधिकारियों द्वारा गैरसैंण पहुंचकर उपजिलाधिकारी संतोष कुमार पांडे और थानाध्यक्ष गैरसैंण को सहयोग हेतु प्रार्थना पत्र भी दिया गया है.

शराब बंदी के फैसले को लेकर राय:सामाजिक कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी शिक्षिका अंजना रावत ने कहा कि शराब के चलते आज की युवा पीढ़ी दिन-प्रतिदिन नशे की गिरफ्त में आ रही है. आए दिन शराब के चलते गांव और क्षेत्र का माहौल भी खराब हो रहा है. जिसको देखते हुए महिला मंगल दल के सहयोग से गांव में एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें गांव में शराब बेचने और परोसने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने और आर्थिक दंड लगाने की ग्रामीणों से अपील की गई. उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों में विद्यालय और ग्रामीण स्तर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाकर शराब के दुष्प्रभावों के बारे में ग्रामीणों और युवाओं को जानकारी दी गई. इसके बाद ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यकारिणी का गठन कर बैठकों के माध्यम से इस पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया.

सार्वजनिक कार्यों व विवाह समारोह में शराब पर प्रतिबंध:महिला मंगल दल अध्यक्ष माधवी देवी ने बताया कि आए दिन गांव में शराब का प्रचलन बढ़ता जा रहा है. जिससे गांव का माहौल भी खराब हो रहा है. ऐसे में सामाजिक कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी शिक्षिका अंजना रावत के गांव में शराब प्रतिबंधित करने की अपील पर महिला मंगलदल पज्याणा ने यह फैसला लिया. बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया कि अब से कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक कार्यों व विवाह समारोह में शराब नहीं परोसेगा.

शराब के चलते युवा पीढ़ी हो रही बर्बाद:बार संघ गैरसैंण के अध्यक्ष व पैनल अधिवक्ता विधिक सेवा प्राधिकरण कुंवर सिंह बिष्ट ने बताया कि शराब के चलते आज की युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है. परिवार बर्बाद हो रहे हैं और लोगों की आर्थिकी भी खराब हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे कमाई का जरिया बना दिया है. जिससे आम लोगों और युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे में सरकार को कोई ठोस रणनीति बनाने की जरूरत है.

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