सावन के पवित्र महीने में महायात्रा 360, काशी से जल उठाकर चुरकी धाम आएंगे कांवड़िएं - Kanwar Yatra in Sitapur
Mahayatra 360 in holy month of Sawan अंबिकापुर के सीतापुर से हर साल 360 महायात्रा की शुरुआत होती है.इस बार भी यात्रा की शुरुआत की गई है.जिसमें कांवरियों की टोली बनारस रवाना हुई.ये कांवरिये 1 अगस्त को जल उठाकर 12 अगस्त को वापस सीतापुर के चुरकी धाम में शिव का जलाभिषेक करेंगे.Kanwar Yatra in Sitapur
सावन के पवित्र महीने में महायात्रा 360 (ETV Bharat Chhattisgarh)
अंबिकापुर :सीतापुर से हर साल सावन के पवित्र महीने में कांवरियों की टोली बनारस जाती है. लगभग 100 से ज्यादा कांवरिये 400 किलोमीटर की लंबी यात्रा करके भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं. महायात्रा में कांवरियों की टोली 1 अगस्त दिन गुरुवार को बाबा काशी विश्वनाथ जी की पूजा अर्चना कर 80 घाट से जल उठाकर चुरकी पानी धाम सीतापुर के लिए कांवड़ यात्रा शुरु करेंगे. 12 अगस्त दिन सोमवार को चुरकी पानी धाम में जल अभिषेक करने के बाद ये यात्रा खत्म होती है. इस महायात्रा की दुरी लगभग 400 किलोमीटर की होती है. जिसमें पुरुष और महिला कांवरिये हिस्सा लेते हैं.
विधायक कांवड़ यात्रा में होंगे शामिल :कावड़ महायात्रा की शुरुआत सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने 2022 से शुरू की थी. 360 महायात्रा की शुरुआती वर्ष में लगभग 60 कांवरियों ने कांवड़ यात्रा किया था. इस साल 360 महायात्रा के लिए कांवरियों में काफी उत्साह दिखा. क्योंकि इस साल 360 महायात्रा में खुद विधायक रामकुमार टोप्पो कावड़ उठाकर यात्रा में शामिल होंगे.
काशी से जल उठाकर चुरकी धाम आएंगे कांवड़िएं (ETV Bharat Chhattisgarh)
12 दिनों में पूरी होगी यात्रा : 360 महायात्रा उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ तक होगी.जो 12 दिनों में पूरी होगी. इस महायात्रा में कांवरियों के लिए उत्तर प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक जगह-जगह जलपान और रात्रि विश्राम की व्यवस्था श्रद्धालुओं ने की है. 360 महायात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के श्रद्धालु भी काफी उत्साहित हैं.यात्रा के बारे में खुद विधायक रामकुमार टोप्पो ने जानकारी दी है.
''महायात्रा के लिए कांवरियों की टोली बनारस के लिए रवाना हुई है.1 अगस्त को उत्तर प्रदेश बनारस से जल उठाकर कांवड़ महायात्रा की शुरुआत होगी.ये यात्रा 12 दिनों की है. जो 12 अगस्त को चुरकी पानी धाम में जलाभिषेक करने के बाद समाप्त होगी. इस कांवड़ महायात्रा को लेकर मेरी आस्था जुड़ी हुई है.'' रामकुमार टोप्पो, विधायक सीतापुर
आपको बता दें कि सावन के महीने में देश के बड़े शिवालयों में भक्त कांवड़ यात्रा करते हैं.लेकिन छत्तीसगढ़ के शिवभक्त काशी से जल उठाकर पैदल यात्रा करके शिव का जलाभिषेक करते हैं.ये यात्रा जितनी कठिन है,उतने ज्यादा से ज्यादा शिवभक्त इसे पूरा करने के लिए जुटते हैं.