लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती से एक दिन पहले मंगलवार को उनकी कर्मभूमि को अरबों रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी. साथ ही बड़ी संख्या में लखनऊ के मरीजों को इलाज की सौगात भी मिली. बीजेपी यूपी वरिष्ठ नेता नीरज सिंह की ओर से दिलकुशा गार्डन में अटल आरोग्य मेला का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में अटल आरोग्य मेले में 8775 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया.
दो दिवसीय ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ का उद्घाटन लखनऊ के दिलकुशा लॉन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने स्वयं दिव्यांग जनों को ट्राई साइकिल और बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड का वितरण भी किया. इस अवसर पर लखनऊ में 662 करोड़ रुपये की लागत से 181 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया.
भाजपा नेता नीरज सिंह के संयोजन में विगत 5 वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहे स्वास्थ्य मेले में मंगलवार को पहले दिन 8775 पंजीकरण और टेस्ट हुए. साथ ही 113 अल्ट्रासाउंड किये गए. 361 आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 128 दिव्यांगों को कृत्रिम अंग और ट्राई साइकिल वितरित की गईं. 10 लोगों ने ब्लड डोनेशन भी किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश के विकास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि अटल जी का जीवन और विचारधारा आज भी प्रेरणा के स्रोत हैं
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, "अटल जी का व्यक्तित्व इतना विराट था कि उनकी कार्यशैली और निर्णयों की पूरी दुनिया कायल थी.
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अटल जी पांच बार लखनऊ से सांसद रहे. उन्होंने देश की राजनीति को अस्थिरता से स्थिरता की ओर अग्रसर किया और पं. दीनदयान उपाध्याय की अन्त्योदय परिकल्पना को साकार किया. उनके कार्यों की प्रेरणा से आज यह ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ गरीबों और जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहा है. सीएम योगी ने कहा कि अटल जी के नेतृत्व में 1998-99 में स्वास्थ्य मेलों की शुरुआत हुई थी, जो बीच में बाधित हो गई थी. अब इस परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए पिछले पांच वर्षों से ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ का आयोजन नीरज सिंह के संयोजन में किया जा रहा है.