कुरुक्षेत्र: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हरियाणा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. चुनावी बिगुल बजने के बाद सूबे में राजनीतिक गतिविधियां दिन-प्रतिदिन तेज होती जा रही हैं. वहीं, रविवार, 24 मार्च को कुरुक्षेत्र में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की संयुक्त बैठक में शामिल हुए. इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा भी मौजूद रहीं. इस दौरान दोनों नेताओं ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए.
सुशील का BJP पर गंभीर आरोप: कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुरुक्षेत्र से इंडिया गठबंधन उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा "ये चुनाव देश लोकतंत्र को बचाने के लिए है. अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में जब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नायब सैनी के आवास का घेराव करने गए तो सरकार ने पुलिस से पिटवा दिया. इसके चलते 150 लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. 55 लोग तो कुरुक्षेत्र के सिविल अस्पताल में दाखिल थे. पुलिस ने किसी का हाथ, किसी का पैर तोड़ दिया तो किसी का सिर फोड़ दिया. पुलिस ने मेरे ऊपर भी ताबड़तोड़ लाठियां बरसाईं. ये स्थिति लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. इस स्थिति को बदलने के लिए की बदलाव जरूरी है. जब से इंडिया गठबंधन बना है तब से खेलो इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और मेक इन इंडिया की बात करने वाली भाजपा हर जगह से इंडिया नाम के हटाने पर लगी है."
'लोकतंत्र को बचाने के लिए बना इंडिया गठबंधन': सुशील गुप्ता ने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ मिलकर जाने न कितने लोगों ने कुर्बानी दी, ठीक उसी प्रकार लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए सभी दल एक साथ आए हैं. बीजेपी ने लोकतंत्र खत्म करने की ठान रखी है, ईडी सीबीआई का गलत इस्तेमाल, लोगों की अभिव्यक्ति पर रोक और हर व्यक्ति को डर के साए में जीने को कर रखा है. अब भाजपा के दिन जा चुके हैं, क्योंकि लोकतंत्र को बचाने के लिए ही इंडिया गठबंधन बना है.
चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर सवाल: कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुशील गुप्ता ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए तीन लोगों का पैनल बनाया. जिसमें प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का नाम था. लेकिन, भाजपा ने संख्या के बल पर उस फैसले को पलट दिया और कानून बनाया कि चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रधानमंत्री, एक उनका मंत्री और नेता प्रतिपक्ष करेगा. यानी दो तिहाई बहुमत भाजपा का होगा और एक तिहाई विपक्ष का.
'देश और लोकतंत्र सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण': इसके अलावा सुशील गुप्ता ने कहा कि कोई पार्टी और चुनाव महत्वपूर्ण नहीं है, इस समय देश और लोकतंत्र सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. जिसको बचाने के लिए इंडिया गठबंधन बना है. जब से इंडिया गठबंधन बना है तब से भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि इस बार पीएम मोदी की विदाई तय है. जब इस विदाई तय की बात आई तो इन्होंने अरविंद केजरीवाल को ईडी के नोटिस भेजने शुरू कर दिए, ताकि गठबंधन टूट जाए. अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.