शिमला: कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल की चार लोकसभा सीटों के लिए विनिंग कैंडिडेट चुनने की कसरत शुरू कर दी है. इस संदर्भ में दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक हुई. कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल के लकी फोर चुनने का जिम्मा पूर्व कैबिनेट मंत्री भक्तचरण दास को सौंपा है. स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, पीसीसी चीफ प्रतिभा सिंह, हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला व अन्य नेता शामिल हुए.
मीटिंग में तय किया गया कि चार सीटों के लिए पहले प्रत्याशियों का पैनल बनाया जाएगा. इससे पहले चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से औपचारिक रूप से आवेदन मांगा जाएगा. आवेदनों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और फिर चुनावी मैदान में जिताऊ प्रत्याशी उतारे जाएंगे. चूंकि हिमाचल में कांग्रेस सरकार सत्तासीन है, लिहाजा लोकसभा चुनाव को नाक व साख का सवाल मानते हुए पार्टी सभी सीटों को जीतने के लिए जी-तोड़ मेहनत करेगी.
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने ही वाला है. हिमाचल में इस समय सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है. सुखविंदर सरकार को सत्ता संभाले एक साल से अधिक का समय हो गया है. लोकसभा चुनाव में वोटर्स न केवल कांग्रेस सरकार के एक साल के कार्यकाल का हिसाब करेंगे, बल्कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यशैली भी कसौटी पर कसी जाएगी. ऐसे में कांग्रेस हाईकमान व प्रदेश का नेतृत्व लोकसभा चुनाव को गंभीरता से ले रहा है.
इधर, अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बने माहौल में भाजपा खुद को बहुत सेफ पोजीशन में मान रही है. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की कम से कम 370 सीटें पार्टी की झोली में मानकर चल रहे हैं. ये चुनाव कांग्रेस के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में राजस्थान व छत्तीसगढ़ कांग्रेस के हाथ से निकल गए. केवल तेलंगाना में उसके हिस्से कुछ सुख आया है. अब कांग्रेस के पास मुख्य रूप से हिमाचल, कर्नाटक, तेलंगाना जैसे राज्यों की सत्ता ही रह गई है. कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव जीवन-मरण का सवाल है. एक-एक सीट के लिए पार्टी ने जी-जान लगाने का निश्चय किया है. इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत प्रत्याशी चुनने की कवायद शुरू हो गई है. हिमाचल की चार सीटों शिमला, हमीरपुर, कांगड़ा व मंडी के लिए कौन प्रत्याशी भाजपा के जीत वाले रथ को रोक सकते हैं, इसे लेकर दिल्ली में मंथन हुआ है.