रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया है. इस सत्र के बाकी बचे दिनों में भाग लेने की अनुमति के लिए झामुमो के सदस्यता समाप्त विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने उच्च न्यायालय में अपील की है. रांची के अपने सरकारी आवास पर संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी. सम्मेलन के दौरान उन्होंने स्पीकर रवींद्रनाथ महतो पर जमकर भड़ास निकाली और कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के दबाव में आकर उन्होंने यह फैसला किया है. वहीं, लोबिन हेम्ब्रम ने विधानसभा न्यायाधिकरण द्वारा उनकी विधायकी खत्म करने के फैसले को लोकतंत्र की हत्या करार दिया. लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि उनकी सदस्यता खत्म हो गई, इसका उन्हें मलाल नहीं है लेकिन सवाल यह है कि जिन जन मुद्दों को उन्होंने विधानसभा में प्रश्न के माध्यम से रखा है उसका क्या होगा?
अपराध एक तो कार्रवाई अलग-अलग क्यों?: लोबिन
लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि पार्टी ने स्पीकर से मिलकर मेरी सदस्यता खत्म करवा दी है. चमरा लिंडा के मामले में पार्टी का रवैया अलग है और मेरे मामले में अलग कैसे और क्यों? लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि रवींद्रनाथ महतो अब तक के सबसे कमजोर स्पीकर है जो एक पार्टी के दबाव में आकर इस तरह का फैसला दिया है. लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि न उन्हें नोटिस मिला, न अपनी बात रखने का मौका मिला. पार्टी ने दलबदल का मामला विधानसभा न्यायाधिकरण में दर्ज करा दिया. जबकि चमरा लिंडा के मामले में पार्टी चुप रही. झामुमो के नेता रहे पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि आज राज्य में पलायन जारी है. सरकार कहती हैं कि हम रोजगार दे रहे हैं तो फिर पलायन कैसे. झारखंड लेबर सप्लाई स्टेट बनकर रह गया है. हेमन्त सरकार ने लोगों को धोखा दिया हैं. लोगों का हाय लगेगा.
भाजपा की बातों का समर्थन करेंगे लोबिन