बीसलपुर बांध से जुड़ी ताजा अपडेट, जानिए कब चल सकती है चादर - Bisalpur dam tonk
प्रदेश में बारिश का दौर धीमा पड़ने के बावजूद राजधानी जयपुर समेत तीन जिलों की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध पर चादर चलने का इंतजार है. शुक्रवार सुबह बाध का जलस्तर 314.47 आरएल मीटर दर्ज किया गया, वहीं बांध में भीलवाड़ा की त्रिवेणी नदी से पानी की आवक जारी है. जिसके बाद अब चादर चलने की उम्मीद जगी है.
बीसलपुर बांध छलकने को तैयार (Photo ETV Bharat Jaipur)
बीसलपुर बांध छलकने को तैयार (Video ETV Bharat Jaipur)
जयपुर:टोंक जिले के बीसलपुर बांध से शुक्रवार सुबह शुभ समाचार मिला है. जिसके मुताबिक जल्द ही बांध छलकने वाला है. फिलहाल बांध का जलस्तर 314.47 आरएल मीटर तक पहुंच चुका है. बांध में कुल भराव क्षमता का 81.48 प्रतिशत पानी मौजूद है. बांध के भराव क्षेत्र में बहने वाली भीलवाड़ा की त्रिवेणी नदी भी 2.90 मीटर की ऊंचाई वाली रफ्तार से बह रही है. बांध में धीमी गति से जारी पानी की आवक के बाद भी उम्मीद है कि सातवीं बार यह बांध छलक जाएगा और बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आर एल मीटर तक जल स्तर पहुंचेगा.
अब तक 6 बार छलका बांंध:बीसलपुर बांध का निर्माण 1996 में किया गया था. बांध पर पहली बार साल 2004 में चादर चली थी. खास बात यह है कि हर बार अगस्त में ही बीसलपुर बांध पर चादर चली है. साल 2004, 2006, 2010, 2014, 2019 और 2022 में अगस्त में ही बांध छलका था. पिछले साल 26 अगस्त को बांध पर चादर चली थी.
ग़ौरतलब है कि बीसलपुर में 315.50 RL मीटर जलस्तर पहुंचने पर चादर चलती है. बांध की भराव क्षमता को 38.70 TMC माना जाता है, जिसमें से अभी कुल भराव क्षमता का करीब 31TMC पानी यहां आता है. बाकी का हिस्सा बांध की गाद कवर कर लेती है. कुल पानी में से इसमें से 16.2 TMC पानी पेयजल के लिए रिजर्व रखा जाता है. तो करीब 8 TMC पानी सिंचाई के लिए रिजर्व रहता है. सालभर में करीब 8.95 TMC पानी वाष्पीकरण में उड़ जाता है. बांध से रोजाना 2 सेंटीमीटर पानी पेयजल के लिए सप्लाई होता है.
यह रहा है साल दर साल का जलस्तर
साल
अधिकतम जलस्तर (आरएल मी. में.)
2010
308.80
2011
314.25
2012
314.19
2013
315.00
2014
315.50
2015
315.00
2016
315.50
2017
313.92
2018
310.23
2019
315.50
2020
313.51
2021
312.35
2022
315.50
2023
314.10
दक्षिणी जिलों में भारी बारिश की संभावना: शुक्रवार को राजस्थान के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश की संभावना को अलर्ट जारी किया गया है. अजमेर, नागौर और धौलपुर में हल्की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. विशेष तंत्र के प्रभाव से राजस्थान के अधिकांश जिलों में 31 अगस्त के बाद फिर से राज्य के पूर्वी हिस्से में मानसून सक्रिय होगा और कुछ जगह पर भारी बारिश की संभावना है. इसके पहले गुरुवार को पूर्वी राजस्थान के कुछ स्थानों पर, जबकि पश्चिमी राजस्थान में कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई. राज्य में सर्वाधिक वर्षा पश्चिम राजस्थान के ढाबां (हनुमानगढ़) में 48.0 मिलीमीटर दर्ज की गई.