दिल्ली की प्रचंड गर्मी में तरबूज खरीदने वालों की लगती थी कतार, आज खाली पड़ी हैं दुकानें, जानिये क्या है वजह ? - Watermelon Benefits
Watermelon Special Story: दिल्ली में भीषण ने लोगों का पसीना निकाल दिया है, लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं ऐसे में जहां तरबूज की बिक्री अधिक होनी चाहिए, वहीं तरबूज की दुकानें सूनी पड़ी हुई है दुकानदारों के चेहरे पर निराशा है. उन्होंने तरबूज ना बिकने की वजह भी बताई है.
दिल्ली में तरबूज की दुकानें सूनी (Source: ETV BHARAT)
दिल्ली में गर्मी के बढ़ते ही तरबूज की खपत बढ़ गई है. तिलक नगर मार्केट का हाल देखिए. (ETV Bharat)
नई दिल्ली: राजधानी में पारा रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है. ऐसे में बॉडी हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है, मौसम विभाग ने भी गर्मी में बुजुर्गों, गंभीर बीमारी वाले व्यक्तियों के सेहत के ख्याल पर जोर दिया है. डॉक्टर्स भी सलाह देते हैं कि गर्मियों में ऐसी चीजों का सेवन किया जाये जिससे शरीर को भरपूर मात्रा में पानी और पोषक तत्व मिल सके. यही वजह है कि इस मौसम में तरबूज खाने की सलाह दी जाती है. तरबूज गर्मियों के लिए रामबाण है. इसमें 90 फीसदी पानी होता है. इसको खाने से शरीर को न केवल हाइड्रेशन बल्कि अन्य कई लाभ मिलते हैं. लेकिन दिल्ली में तरबूज नहीं बिक रहा है.
तिलक नगर फ्रूट मार्किट एसोसिएशन के प्रधान चन्नी गाबा ने 'ETV भारत' से बातचीत में बताया कि रिटेल बाजार में तरबूज का दाम 30 रुपए प्रति किलो चल रहा है. लेकिन बीते एक हफ्ते से गर्मी बढ़ गई है. इसके कारण ग्राहक घर से बाहर नहीं निकल रहा है. केवल शाम की दुकानदारी रह गई है. नया माल लाने में भी सोचना पड़ रहा हैं. पिछली बार लाया गया माल अभी तक खत्म नहीं हुआ है. वो आगे बताते हैं कि वैसे तो कहा जाता है कि गर्मियों में तरबूज खाना अच्छा होता है. लेकिन इसका प्रभाव बाजार पर नहीं दिख रहा हैं. पीछे वर्ष मई के महीने में हुई अचानक बारिश के कारण भी बिक्री में मंदी आई थी. उम्मीद है कि जल्द ही तरबूज की बिक्री दर में सुधार आएगा.
सुबह से रात तक रेहड़ी पर तरबूज बेकने वाले मोहम्मद रास खान ने बताया कि जो काम आज से 10 दिन पहले था वह अब नहीं है. इसके पीछे का कारण भीषण गर्मी है, इतनी गर्मी में पब्लिक घर से निकलने को राजी नहीं है. पूरे दिन भर में मात्र 3 तरबूज की ही बेचे हैं.
तरबूज के बारे में कुछ रोचक जानकारियां दुनिया भर में तरबूज की लगभग 1200 विभिन्न किस्में हैं जापान में पिछले 40 वर्षों से तरबूज़ को डिब्बे के आकार में उगाया जाता है यह संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे अधिक खाया जाने वाला फल है इसमें प्रति कप केवल 40 कैलोरी होती है तरबूज़ की कुछ किस्में ऐसी हैं जिन्हें पकने के लिए 130 गर्म दिनों की आवश्यकता होती है -यह आपके शरीर में सूजन को कम करता है। इसमें खराब कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है जो इस स्वस्थ फल को एक अच्छा वजन घटाने वाला एजेंट बनाता है प्राचीन मिस्र में, तरबूज़ों को कब्र के पोषण के संकेत के रूप में दफन कब्र के नीचे रखा जाता था इस स्वास्थ्यवर्धक फल की खेती 13वीं सदी में यूरोप में और 10वीं सदी में चीन में की जाती थी
तरबूज खाने के फायदे तरबूज खाने के कई फायदे होते हैं. तरबूज में प्रचूर मात्रा में विटामिन ए, बी, सी और आयरन के अलावा मैग्नीशियम और पोटैशियम भी पाया जाता है. इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, खनिज लवण, फॉस्फोरस और कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में होता हैं. तरबूज खाने से खून तो साफ होता ही हैं इसके साथ साथ पथरी, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे से निजात मिलता है.
तरबूज के सेवन से पानी की कमी को दूर किया जा सकता है तरबूज खाने से खून तो साफ होता है इससे पथरी, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे से निजात मिलता है तरबूज में लाइकोपिन पाया जाता है जो त्वचा, ब्रेस्ट और फेफड़ों के कैंसर से बचाता है एंटीऑक्सीडेंट का ख़जाना मौजूद होने से त्वचा की युवावस्था को बरकरार रखता है इसमें कैलोरी न के बराबर होती है इसलिए मोटापे से पीड़ित लोग भी इसे आराम से खा सकते हैं तरबूज में फाइबर अधिक पाया जाता है, जो वजन को कम करने में मदद करता है
तरबूज के बारे में कुछ रोचक जानकारियां दुनिया भर में तरबूज की लगभग 1200 विभिन्न किस्में हैं जापान में पिछले 40 वर्षों से तरबूज़ को डिब्बे के आकार में उगाया जाता है यह संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे अधिक खाया जाने वाला फल है इसमें प्रति कप केवल 40 कैलोरी होती है तरबूज़ की कुछ किस्में ऐसी हैं जिन्हें पकने के लिए 130 गर्म दिनों की आवश्यकता होती है -यह आपके शरीर में सूजन को कम करता है। इसमें खराब कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है जो इस स्वस्थ फल को एक अच्छा वजन घटाने वाला एजेंट बनाता है प्राचीन मिस्र में, तरबूज़ों को कब्र के पोषण के संकेत के रूप में दफन कब्र के नीचे रखा जाता था इस स्वास्थ्यवर्धक फल की खेती 13वीं सदी में यूरोप में और 10वीं सदी में चीन में की जाती थी
गौरतलब हैं कि दिल्ली में हाल के दिनों में तापमान में लगातार वृद्धि देखी गई है, जिसका असर ये है कि रविवार(19 मई) को इस गर्मी में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया. जहां शनिवार का तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, शुक्रवार को 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिन के दौरान दिल्ली की सापेक्षिक आर्द्रता 57 प्रतिशत से 15 प्रतिशत के बीच रही. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को मुख्य रूप से साफ आसमान और 25-35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भीषण गर्मी की स्थिति का पूर्वानुमान जारी किया है. वहीं, दिल्ली के कई हिस्सों में लू चलने की संभावना जताई है.