रांची:जमीन घोटाला मामले में ईडी ने माफिया कमलेश को गिरफ्तार कर लिया गया है. छठे समन पर कमलेश शुक्रवार को ईडी दफ्तर पहुंचा था. पूछताछ के बाद उसे देर शाम उसे गिरफ्तार कर लिया गया. कमलेश पर फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने का आरोप है. इसका नेटवर्क कांके अंचल क्षेत्र में फैला हुआ था.
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने वाले सिंडिकेट से जुड़े शेखर कुशवाहा ने कमलेश कुमार के कारनामे की जानकारी ईडी को दी थी. उसने बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, कांके इलाके में कई जगहों पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन पर कब्जा जमा रखा था. इस खुलासे के बाद जून महीने में ईडी ने समन कर कमलेश कुमार को रांची जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन ईडी के समन पर उपस्थिति होने के बजाय कमलेश फरार हो गया था. इसके बाद 21 जून की दोपहर 12 बजे ईडी की टीम कांके रोड के चांदनी चौक स्थित एस्ट्रो ग्रीन स्थित फ्लैट पहुंची थी, लेकिन टीम के पहुंचने के ठीक पहले कमलेश वहां से निकल गया था.
ईडी द्वारा उसके फ्लैट को जब सर्च किया गया था, तब 100 कारतूस और एक करोड़ रुपए नगद बरामद हुए थे. एजेंसी ने जमीन से जुड़े दस्तावेज समेत कई महत्वपूर्ण साक्ष्य भी बरामद किए थे. 21 जून से ही कमलेश फरार चल रहा है.
पुलिस हाउसिंग के नाम पर जमीन बेची
कमलेश कुमार पूर्व में कांके में बीएयू की जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में जेल जा चुका है. कांके पुलिस ने इस मामले में उसे जेल भेजा था. जानकारी के मुताबिक, गैरमजरूआ जमीन के दस्तावेजों में हेरफेर कर कमलेश ने राज्य के कई पुलिस अफसरों को भी जमीन बेची थी. इसमें पूर्व डीजीपी डीके पांडेय से जुड़ा मामला काफी चर्चित रहा था. कमलेश के खिलाफ गोंदा थाने में भी ठगी का केस दर्ज है. ईडी को जानकारी मिली है कि कांके रिसॉर्ट में भी कमलेश की हिस्सेदारी रही है.