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जब मुश्किल में थे लालू यादव, रतन टाटा ने की थी मदद, जानें 1993 की वो कहानी - RATAN TATA

हर किसी को पता है, राजनेताओं का उद्योगपतियों से खासा रिश्ता होता है. ऐसे में आपको लालू यादव और रतन टाटा की बात बताते हैं.

लालू यादव और रतन टाटा
लालू यादव और रतन टाटा (Etv Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 10, 2024, 8:29 PM IST

पटना : देश के प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो गया है. रतन टाटा की चर्चा आज पूरे देश में हो रही है. ऐसे में भला बिहार कैसे पीछे रहे. कभी संयुक्त बिहार (बिहार+झारखंड) से रतन टाटा का खास नाता था. तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से भी उनके अच्छे संबंध थे.

रतन टाटा का लालू प्रसाद से नजदीकी :वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडेय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि रतन टाटा का लालू प्रसाद से नजदीकी थी. उसी का लाभ लालू यादव की बड़ी बेटी और दूसरी नंबर की बेटी को हुआ. टाटा मैनेजमेंट के कोटा पर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हुआ था.

रतन टाटा की फाइल फोटो. (सौजन्य रतन टाटा सोशल मीडिया अकाउंट.)

''बात 1993 की है उस समय बिहार और झारखंड अलग नहीं हुआ था. 1993 में बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव थे. 1993 में लालू प्रसाद की बड़ी बेटी ने मेडिकल इंट्रेंस की परीक्षा दी थी, लेकिन वह परीक्षा पास नहीं कर पाईं. मेडिकल परीक्षा में फेल होने के बाद उनका एडमिशन जमशेदपुर महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में टाटा कंपनी के कोटा से हुआ था. इसमें कहीं ना कहीं रतन टाटा की भूमिका रही थी.''- अरुण पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार

'1993 और 1998 में मिला था साथ' :अरुण पांडेय कहते हैं कि लालू प्रसाद का देश के बड़े राजनीतिक और व्यावसायिक घरानों के प्रमुखों से अच्छे संबंध हैं. संयुक्त बिहार में जमशेदपुर की गिनती टाटा नगरी के रूप में होती थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा से अच्छे संबंध थे. इसी कारण 1993 में बड़ी बेटी और 1998 में लालू प्रसाद की दूसरी बेटी का एडमिशन टाटा कोटा से ही महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में करवाया गया था.

ईटीवी भारत GFX. (Etv Bharat)

''टाटा समूह ही नहीं भारत के सभी बड़े राजनीतिक समूह के साथ लालू प्रसाद के अच्छे ताल्लुकात हैं. इसका प्रमाण कुछ दिन पहले मुकेश अंबानी के दूसरे बेटे की शादी में सपरिवार लालू प्रसाद शामिल हुए थे. बड़े राजनीतिक लोगों का देश के जाने-माने उद्योगपतियों से अच्छे संबंध रहे हैं.''-अरुण पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार

'जितना रतन टाटा ने किया..' :अरुण पांडेय ने बताया कि रतन टाटा एक ऐसे उद्योगपति थे जो देश सेवा के लिए हमेशा समर्पित रहे. देश की तरक्की के लिए रतन टाटा ने जितना किया शायद ही कोई बड़ा व्यावसायिक घराना है इतना किया हो. रतन टाटा ने कई लोगों को उपकृत किया. अब उनसे जुड़ी कई बातें लोगों को याद आने लगी है.

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