धनबाद/साहिबगंज/सरायकेला:HMPV को लेकर चीन से सोशल मीडिया पर आ रही खबरों से लोग कोरोना की तरह ही पैनिक हो रहे हैं. लेकिन उन्हें पैनिक होने के जरूरत नहीं है. कोरोना संक्रमण काल से अब तक डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस टीम के हेड व सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ राजकुमार सिंह से HMPV को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने खास बातचीत की.
बातचीत के दौरान डॉ राजकुमार सिंह ने कहा कि चीन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों से लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है. इस तरह की स्थिति हमारे यहां नहीं है. अभी हम लोग बहुत अच्छे से हैं. इससे बचने के जो भी संसाधन चाहिए, वह सभी चीजें हमारे पास मौजूद हैं. हमारे अस्पतालों में आईसीयू, वेंटिलेटर जैसे हर तरह के इक्विपमेंट मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि कोविड में हमलोग काफी परेशान थे.
वर्तमान की स्थिति में काफी परिवर्तन हुआ. उस समय के हालात अलग थे और अभी के हालात अलग हैं. ज्यादातर अस्पतालों में पीसीएस प्लांट के साथ ही एलएमओ प्लांट भी हैं. इसके साथ ही हर एक बेड तक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था है. इसलिए लोगों से आग्रह है कि वह पैनिक ना हो. डॉ राजकुमार ने कहा कि यह बीमारी एक फ्लू टाइप की है. सामान्यतः मौसम में परिवर्तन के समय सर्दी-खांसी की तरह ही है.
डॉ राजकुमार ने कहा कि लोगों को लगातार एक ही चीज बार-बार सिखाई जा रही है. मास्क पहन कर रहना, हाथों को धोना, भीड़भाड़ से दूर रहना. इन्हीं सभी चीजों का पालन करना जरूरी है. यह सभी चीज हम लोगों की दिनचर्या में शामिल हैं. कोविड के प्रोटोकॉल को हमेशा फॉलो करते रहें और संक्रमण जैसी चीजों से दूर रहें. उन्होंने बताया कि सर्दी-खांसी कभी गले में दर्द की शिकायत इस बीमारी के लक्षण हैं. हाई फीवर भी रहता है, इससे डरने की जरूरत नहीं है. इसके कुछ टेस्ट हैं वह टेस्ट करवा कर भी देख सकते हैं.
HMPV को लेकर सरायकेला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिन्हा ने भी ईटीवी भारत की टीम को जानकारी दी. डॉ सिन्हा ने कहा कि इस वायरस को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है, लेकिन लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि एचएमपीवी सामान्य सर्दी-खांसी की तरह है और इसका प्रभाव उतना गंभीर नहीं है. हालांकि कुछ मामलों में यह निमोनिया या ब्रॉन्काइटिस का कारण बन सकता है.