नई दिल्लीः पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट वर्ष 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. इस सीट पर 14वीं लोकसभा के समय पहला चुनाव हुआ था. इस सीट पर पूर्वांचली मतदाताओं की बड़ी तादाद है. अब तक तीन बार हुए चुनाव में एक बार कांग्रेस और दो बार भाजपा प्रत्याशियों ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. इस सीट का कुछ हिस्सा हरियाणा के गुरुग्राम से लगता है. पिछले चुनाव में 61 प्रतिशत मतदान हुआ था. 11 लाख से भी अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
भाजपा प्रत्याशी प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने इस सीट पर दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों में सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी. वर्मा की जीत का अंतर 5,78,486 वोट का था. इस लोकसभा सीट में आने वाली नजफगढ़ विधानसभा सीट से दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत विधायक हैं. इस सीट से पहले सांसद के रूप में कांग्रेस प्रत्याशी महाबल मिश्रा ने जीत दर्ज की थी. अस्तित्व में आने से पहले इस सीट का अधिकांश हिस्सा बाहरी दिल्ली लोकसभा सीट में आता था, जिसका नेतृत्व कई बार कांग्रेस नेता सज्जन कुमार ने सांसद के रूप में किया था.
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा में आने वाली विधानसभा सीटें:पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 10 विधानसभा सीटें मादीपुर, राजौरी गार्डन, हरि नगर, तिलक नगर, जनकपुरी, विकासपुरी, उत्तम नगर, द्वारका, मटियाला और नजफगढ़ हैं. सभी 10 सीटों पर 10 साल से आम आदमी पार्टी का कब्जा है. इस लोकसभा सीट पर वर्ष 2009 में हुए चुनाव के आंकड़ों के अनुसार कुल 23 लाख 71 हजार 644 मतदाता हैं. इनमें 12 लाख 80 हजार 182 पुरुष मतदाता और 10 लाख 91 हजार 402 महिला मतदाता हैं.