हस्तरेखा भविष्यवाणी करते समय इन खास सूत्रों का रखें ध्यान, इससे पता चलता है मनुष्य का भविष्य - महेंद्र कुमार ठाकुर
predicting From palmistry:हस्तरेखा से भविष्यवाणी करते समय ज्योतिषों को कुछ खास सूत्रों का ध्यान रखना चाहिए. इससे मनुष्य के भविष्य का पता आसानी से चल जाता है.आइए जानते हैं उन खास सूत्रों के बारे में...
रायपुर:हस्त रेखा से व्यक्ति के जीवन से जुड़ी कई समस्याओं का निपटान होता है. कई चीजें पहले पता चल जाती है. लोग अपनी भविष्यवाणी के लिए अपना हाथ ज्योतिष से दिखाते हैं. अपने जीवन में चल रही समस्या का समाधान खोजते हैं. अगर आप भी हस्त रेखा पर विश्वास करते हैं तो हस्त रेखा के माध्यम से भविष्यवाणी करते समय ध्यान रखे जाने योग्य कुछ सूत्र हैं. जो हमेशा लागू होते हैं.
हस्तरेखा देखते समय इन बातों का रखें ध्यान: हस्तरेखा देख भविष्यवाणी करते समय किसी ज्योतिषी को इन बातों का खास ध्यान रखना होता है. यह सूत्र लगभग 70 फीसद सही प्रमाणित होते हैं. इससे ज्योतिषी और ज्योतिष शास्त्र की हस्त रेखा शास्त्र की विश्वसनीयता प्रमाणित होती है. पैरों को देखते समय यदि तर्जनी अंगुली अंगूठे से बड़ी हो तो वर या वधू में जिद्दीपन होता है. ऐसे लोगों को आसानी से मनाया नहीं जा सकता. हस्तरेखा देखते समय यदि कनिष्का अंगुली का पहला पर्व तर्जनी अंगुली के पहले पर्व तक पहुंच जाए या उससे आगे चला जाए तो व्यक्ति वरिष्ठ अधिकारी आईएएस, आईपीएस आईएफएस जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करता है.
जानिए ज्योतिष की राय:इस बारे में ईटीवी भारत ने ज्योतिष महेंद्र कुमार ठाकुर से बातचीत की. उन्होंने बताया कि, "सूर्य रेखा पर त्रिकोण और तारा अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्रदान करता है. यदि हृदय रेखा से अंत होते समय वह रेखा मध्यमा और तर्जनी के बीच जाकर मिले तो उसका विवाह उसकी इच्छा से होता है. गुरु पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह सफल वैवाहिक जीवन और अच्छे विवाह का प्रमाण देता है. केतु पर्वत पर मछली का चिन्ह लंबी विदेश यात्राएं और आखिरी समय तक भ्रमण करने का प्रमाण होता है. चंद्र पर्वत पर जितनी आड़ी रेखाएं होती है. व्यक्ति की उतनी लंबी यात्राएं होती है. बुध पर्वत से विवाह रेखा निकलकर यदि हृदय रेखा को काट दे तो उस आयु में व्यक्ति के जीवन साथी से उसका साथ छूट जाता है. व्यक्ति एकाकी जीवन व्यतीत करता है."
इन बातों का रखा जाता है खास ध्यान: हस्तरेखा देखते समय यह भी ध्यान रखा जाता है कि पर्वत और पर्वतों का उभार उनका लचीलापन, उनकी कोमलता, उनकी कठोरता को दर्शाता है. हथेली का रंग गुलाबी, लाल, पीला या सफेद उसका आकार, उंगलियों का आकार, हथेली का आकार इन सब तथ्यों को देखने के बाद ही भविष्यवाणी का कथन शुरू किया जाता है. उसके बाद इन सूत्रों के माध्यम से भविष्यवाणी की जाती है, जो हस्त रेखा शास्त्र में 70 फीसद तक सही मानी जाती है.