रायपुर: करवा चौथ के चांद को देखकर सुहागन महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं. करवा चौथ करने वालों को चांद का बेसब्री से इंतजार रहता है. शुभ मुहूर्त में पूजा और व्रत कथा सुनने के बाद सुहागिनें चांद का दीदार करने के बाद पति के हाथों से जल पीकर अपने व्रत को पूरा करती हैं.
इतने बजे निकलेगा आपके शहर में करवा चौथ का चांद: करवा चौथ की व्रत कथा सुनना जितना पुण्य लाभ कराता है उतना ही पुण्य करवा चौथ पर चांद की पूजा से भी होता है. करवा चौथ के दिन जब चांद आसमान में नजर आता है तो सुहागन महिलाएं छलनी से सबसे पहले चांद और फिर उसके बाद पति को देखती हैं. व्रत रखने वाली महिलाएं ये प्रार्थना करती हैं कि उनका सुहाग भी चंद्रमा की तरह चमकता रहे. करवा चौथ का रायपुर में चांद 7 बजकर 40 मिनट के बाद निकलेगा. जबकी बिलासपुर में 7 बजकर 50 मिनट के बाद चंद्रमा दिखाई पड़ने लगेगा. बलौदाबाजार, सरगुजा, दुर्ग, अंबिकापुर और कोरबा में 7 बजकर 40 मिनट के बाद से चांद दिखाई पड़ने लगेगा. मौसम विभाग ने भी आज मौसम साफ रहने के संकेद दिए हैं.
करवा चौथ पर सीएम ने दी बधाई: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों विशेषकर सभी विवाहित महिलाओं को करवा चौथ की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. इस अवसर पर उन्होंने सब के जीवन में सुख,समृद्धि और खुशहाली की कामना की है. साय ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि करवा चौथ का व्रत सौभाग्यवती महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन विवाहित महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं.
करवा चौथ में किनकी पूजा की जाती है: करवा चौथ पर भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती सहित गणपति की पूजा की जाती है. पति की लंबी आयु के लिए ये पूजा सुहागन महिलाएं करती हैं. करवा चौथ की पूजा में छलनी, स्वीट, रोली और मौली. इसके साथ ही मिट्टी से बने कलश, मिट्टी के दीए और करवा व्रत कथा की पुस्तक जरुरी है. इसके साथ ही पूजा पाठ में इस्तेमाल होने वाले जरुरी सामान भी करवा चौथ में जरुरी होते हैं.
करवा चौथ पर बधाई संदेश