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कैलाश विजयवर्गीय को आया गुस्सा, दूर हुई पुलिस की सुस्ती, रातों-रात गायब हुए नशे के सौदागर - Indore Drug Smuggling

कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर पुलिस को तीन दिन की चेतावनी दी है. मंत्री विजयवर्गीय को अपनी विधानसभा क्षेत्र में नशा को लेकर लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी. कैबिनेट मंत्री की चेतावनी के बाद पुलिस इंदौर में दिन-रात अभियान चला रही है. मंत्री के गुस्से से दूर हुई पुलिस की सुस्ती इस विधानसभा क्षेत्र से से रातों-रात गायब हुए नशे के कारोबारी

INDORE DRUG SMUGGLING
कैलाश विजयवर्गीय ने दी चेतावनी (KAILASH VIJAYVARGIYA X Image)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 24, 2024, 1:42 PM IST

Updated : Sep 24, 2024, 3:08 PM IST

इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सख्ती दिखाई है. कैलाश विजयवर्गीय ने नशा कारोबारियों पर लगाम लगाने तीन दिन की चेतावनी दी है. मंत्री की चेतावनी के बाद पुलिस ने शहर में नशा कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया. इस दौरान कई ड्रग पेडलर और नशेड़ियों की धरपकड़ की.

नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान

दरअसल, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बीते शनिवार को इंदौर पुलिस को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी थी कि तीन दिन के अंदर उनकी विधानसभा क्षेत्र से नशे का कारोबार खत्म नहीं हुआ, तो फिर पुलिस अधिकारियों की खैर नहीं. नतीजतन विजयवर्गीय के गुस्से के कारण इंदौर पुलिस की सुस्ती दूर हुई. जो अब दिन रात अभियान चला कर नशे का कारोबार करने वाले ड्रग पेडलर और नशेड़ियों की धरपकड़ और छापेमारी में जुटी हुई है.

मंत्री की चेतावनी के बाद एक्शन में पुलिस (ETV Bharat)

कैलाश विजयवर्गीय ने दी थी चेतावनी

इंदौर की एक नंबर विधानसभा क्षेत्र में नशाखोरी, ब्राउन शुगर और चरस आदि की बिक्री के कारण स्थिति यह हो गई है कि महिलाओं और बच्चियों के साथ छेड़छाड़ होने से उनका रास्तों से गुजरना मुश्किल हो चुका है.विजयवर्गीयने अपनी विधानसभा क्षेत्र में सदस्यता अभियान के दौरान इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों की नाराजगी का सामना किया, तो वे इस मामले में अपने आप को भी नहीं रोक पाए. उन्होंने स्वीकार किया कि उनके क्षेत्र में व्याप्त नशाखोरी चरम पर है. लिहाजा उन्होंने भागीरथपुरा पुलिस चौकी पर आयोजित कार्यक्रम में ही पुलिस अधिकारियों को खुले शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा था कि 'तीन दिन में यहां से नशे का कारोबार खत्म नहीं हुआ, तो पुलिस के खिलाफ चौथा दिन उनका होगा.'

नशा कारोबारियों की उड़ी नींद

नतीजन मंत्री विजयवर्गीय के गुस्से का असर ऐसा हुआ कि पुलिस दिन-रात नशा के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. वहीं पुलिस के ताबड़तोड़ एक्शन के चलते नशा करने वालों की भी नींद उड़ गई. आलम यह है कि नशाखोर और नशे के सौदागर पुलिस से बचने के लिए नदी नालों में भी कूदने से परहेज नहीं कर रहे हैं. वहीं पुलिस नशा करके सड़कों से गुजरने वाले लोगों को गिरफ्तार कर उनके वाहन भी जब्त कर रही है. प्रदेश के किसी विधानसभा क्षेत्र में यह पहला मौका है. जब नशाखोरों के अलावा नशे के धंधे से जुड़े लोग और खुद नशेड़ी रातों-रात इंदौर से पलायन हो चुके हैं.

चेकिंग ऐसी की पूरा अमला सड़कों पर उतर गया

यह पहला मौका है, जब एक-एक इलाकों में 5-5 थाना प्रभारी की टीम ड्रग तस्करों और नशा करने वालों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान चल रही है. पुलिस ने पहली बार नशा करने वालों के क्षेत्र की मैपिंग की है, इसके बाद ऐसे लोगों का निर्धारण किया गया है. जो नशे के सौदागर हैं. वही मैपिंग के अनुसार पुलिस अधिकारियों का एक दल गठित किया गया है. जो एक साथ पांच-पांच थाना प्रभारी के साथ ऑपरेशन चला रहा है. जिसमें घर-घर जाकर दबिश दी जा रही है. गांजा, ब्राउन शुगर के साथ हथियार मिलने पर आर्म एक्ट की कार्रवाई की जा रही है. वहीं नशे करते पाए जाने पर प्रकरण बनाए जा रहे हैं. आजाद नगर पुलिस ने भी बीते दिन 15 ग्राम ब्राउन शुगर पकड़ी.

Last Updated : Sep 24, 2024, 3:08 PM IST

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