इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सख्ती दिखाई है. कैलाश विजयवर्गीय ने नशा कारोबारियों पर लगाम लगाने तीन दिन की चेतावनी दी है. मंत्री की चेतावनी के बाद पुलिस ने शहर में नशा कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया. इस दौरान कई ड्रग पेडलर और नशेड़ियों की धरपकड़ की.
नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान
दरअसल, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बीते शनिवार को इंदौर पुलिस को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी थी कि तीन दिन के अंदर उनकी विधानसभा क्षेत्र से नशे का कारोबार खत्म नहीं हुआ, तो फिर पुलिस अधिकारियों की खैर नहीं. नतीजतन विजयवर्गीय के गुस्से के कारण इंदौर पुलिस की सुस्ती दूर हुई. जो अब दिन रात अभियान चला कर नशे का कारोबार करने वाले ड्रग पेडलर और नशेड़ियों की धरपकड़ और छापेमारी में जुटी हुई है.
कैलाश विजयवर्गीय ने दी थी चेतावनी
इंदौर की एक नंबर विधानसभा क्षेत्र में नशाखोरी, ब्राउन शुगर और चरस आदि की बिक्री के कारण स्थिति यह हो गई है कि महिलाओं और बच्चियों के साथ छेड़छाड़ होने से उनका रास्तों से गुजरना मुश्किल हो चुका है.विजयवर्गीयने अपनी विधानसभा क्षेत्र में सदस्यता अभियान के दौरान इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों की नाराजगी का सामना किया, तो वे इस मामले में अपने आप को भी नहीं रोक पाए. उन्होंने स्वीकार किया कि उनके क्षेत्र में व्याप्त नशाखोरी चरम पर है. लिहाजा उन्होंने भागीरथपुरा पुलिस चौकी पर आयोजित कार्यक्रम में ही पुलिस अधिकारियों को खुले शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा था कि 'तीन दिन में यहां से नशे का कारोबार खत्म नहीं हुआ, तो पुलिस के खिलाफ चौथा दिन उनका होगा.'