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SP ने कहा- 24 घंटे पहले लाए थे फूल सिंह को, परिजन बोले- 3 दिन से थाने में था, IG ने मानी चूक - Suicide in Police Custody

फलोदी एसपी ने कहा 24 घंटे पहले लाए थे फूल सिंह को. परिजन बोले तीन दिन से थाने में था. आईजी ने मानी चूक.

Young Man Suicide Case
आरोपी आत्महत्या मामले में पुलिस की बड़ी चूक (ETV Bharat Jodhpur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 4, 2024, 8:55 PM IST

जोधपुर: देचू थाने में पूछताछ के लिए लाए गए आरोपी द्वारा आत्महत्या मामले में राजपूत समाज और परिजनों ने थानाधिकारी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने, मुआवजा देने और सरकारी नौकरी देने की मांग रखी है. थाना पुलिस के विरोध में शुक्रवार को ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन किया. सड़क पर टायर जलाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. परिजनों का आरोप है कि फूल सिंह को 3 दिन पहले पुलिस थाने लेकर आ गई थी. उसका खाना घर से आ रहा था, जबकि फलोदी एसपी पूजा अवाना ने शुक्रवार के दिन गुरुवार को ही फूल सिंह को थाने लाने का बयान दिया था.

इधर जोधपुर पुलिस रेंज आईजी विकास कुमार ने इस मामले में पुलिस की चूक मानी है. उन्होंने ऐसे मामले में तय नियमानुसार कार्रवाई का लोगों को भरोसा दिलाया है. वहीं, शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ मौके पर पहुंचे. वे समाज और पुलिस के बीच वार्ता कर मामले का निस्तारण करने का प्रयास कर रहे थे. अब तीसरे दौर की वार्ता होगी. समाज के लोगों का एक प्रतिदिन मंडल थाने में जिस जगह पर फूल सिंह ने आत्महत्या की, वहां जाकर भी देखा. लोगों का कहना यह कि इतनी कम ऊंचाई पर कोई लटक नहीं सकता. फूल सिंह की हत्या की गई है. ऐसे में थानाधिकारी दाऊद खान सहित दोषियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर निलंबित किया जाय. बाकी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया जाय. इधर सरकार के स्तर पर भी इस मामले में लगातार फीडबैक लिया जा रहा है.

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परिजनों ने कहा- रात को सकुशल था : धरने पर आए मृतक फूल सिंह के परिजनों का कहना है कि 3 दिन से पुलिस ने थाने में रखा था. घर से ही खाना देने आते थे. गुरुवार रात को उसे खाना देकर गए थे, तब वह ठीक था. पुलिस वालों ने शराब पीकर उसके साथ मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई, जिसे आत्महत्या बताया जा रहा है. परिजनों ने बताया कि जब तीन दिन पहले पुलिस उसे लेने आई तो वह उनकी गाड़ी में बैठ गया था. उसने कहा था कि मैं गलत नहीं हूं, जांच में सामने आ जाएगा. परिजनों का आरोप है कि डीवाईएसपी शंकर लाल ने कहा था कि भाई को बचाना है तो मेरे से पर्सनल मिलना.

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